नई दिल्ली/गाजियाबाद: दीवाली के त्योहार में करीब 3 हफ्ते का समय बाकी है. ऐसे में कुम्हारों ने अभी से ही मिट्टी के बर्तन बनाने का काम शुरू कर दिया है. गर्मी के मौसम में घड़े और मिट्टी के बर्तन पर पड़े कोरोना की मार के बाद अब कुम्हारों को उम्मीद है तो आने वाली दीवाली से. उन्हें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में उनका कारोबार एक बार फिर पहले की तरह चल पडे़गा.
गाजियाबाद के नवयुग मार्केट स्थित कुम्हार वाली गली में अभी से ही दीवाली को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं. करीब 60 साल से मिट्टी के बर्तन का कारोबार करने वाली श्रीकौर बताती हैं कि अभी दीयों की बिक्री शुरू नहीं हुई है लेकिन उम्मीद है कि आने वाले समय में अच्छी बिक्री होगी.
'कोरोनाकाल में बाजार मंदा'