नई दिल्ली/गाजियाबाद:दिल्ली से सटे गाजियाबाद स्थित हिंडन नदी के पास पोस्टमार्टम हाउस में बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां पर शवों की दुर्गति हो रही है. एक दिन में यहां पर करीब 8-10 शवों के पोस्टमार्टम होते हैं. इन शवों को रखने के लिए कुछ समय पहले यहां डीप फ्रीजर की व्यवस्था की गई थी. लेकिन ये सभी फ्रीज़र लंबे समय से खराब पड़े हैं. इसकी शिकायत पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारियों ने कई बार स्वास्थ्य विभाग को की है.
पोस्टमार्टम हाउस की हो रही खराब स्थिति
फ्रीज़र लगाने वाली कंपनी पर आरोप
स्वास्थ्य विभाग ने फ्रीजर लगाने वाली कंपनी को फ्रीज़र के खराब होने से अवगत कराया. आरोप है कि कंपनी की तरफ से फ्रीजर ठीक नहीं किए गए. हाल ये है कि यहां पर आने वाले शव भीषण गर्मी में काफी जल्दी सड़ जाते हैं. शवों के गंध से पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर और कर्मचारी काफी परेशान हो जाते हैं. कई बार तो मृतक के परिजनों को बर्फ की सिल्ली का इंतजाम खुद ही करना पड़ता है. कोरोना काल में ये लापरवाही बड़े खतरे को दावत दे रही है.
45 डिग्री तापमान में शवों की दुर्गति
कई परिजन भी आरोप लगा रहे हैं कि तापमान 45 डिग्री तक पहुंच रहा है, और शव जल्दी खराब हो रहे हैं. कई बार अस्पताल से ही शव देरी से पोस्टमार्टम हाउस तक पहुंचते हैं, और उनकी हालत काफी खराब होती है. जब तक पोस्टमार्टम का नंबर आता है, तब तक शव की हालत काफी ज्यादा खराब हो गई होती है. हाल ये हो जाता है कि शव की गंध पोस्टमार्टम हाउस के बाहर तक खड़े हुए लोगों को परेशान करती है.