नई दिल्ली/गाजियाबाद: प्रदूषण के चलते गाजियाबाद की स्थिति गंभीर है. हवा में घुल रहे जहर के चलते गाजियाबाद की सेहत बिगड़ रही है. वहीं लोगों को स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है. आज गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है.
Ghaziabad की हवा में घुला 'ज़हर', Red Zone में AQI, कब सही होंगे हालात?
गाजियाबाद एक्यूआई Red Zone में बरकरार है. आज गाजियाबाद का एक्यूआई 317 दर्ज किया गया है. इसके चलते लोगों को स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी किए आंकड़ों के अनुसार, गाजियाबाद का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 317 है. हालांकि मौजूदा समय में गाज़ियाबाद का AQI अत्यंत खराब श्रेणी (Red Zone) में बरकरार है.
गाजियाबाद के संजय नगर इलाके के प्रदूषण स्तर की बात करें, तो यहां का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स ज़िले में सबसे अधिक दर्ज किया गया है. संजय नगर का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 350 AQI दर्ज किया गया है. जबकि लोनी का प्रदूषण स्तर 330 AQI दर्ज किया गया है.
गाजियाबाद के प्रदूषण स्तर पर एक नजर
इलाके | एक्यूआई |
इंदिरापुरम | 290 |
वसुंधरा | 299 |
संजय नगर | 350 |
लोनी | 330 |
एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर और 500 से ऊपर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है. विशेषज्ञों के मुताबिक हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन, सल्फर डायऑक्साइड, नाइट्रिक डायऑक्साइड, कार्बन मोनो और डायआक्साइड सभी सांस की नली में सूजन, एलर्जी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं.
बरतें सावधानी
• बच्चे, बुजुर्ग और दमा रोगी सुबह और शाम को न टहलें. • घर से मास्क लगाकर ही बाहर बाजार में जाएं.
• दमे रोगी इन्हेलर का नियमित इस्तेमाल करें.
• शाम को गर्म पानी की भाप लें.
• गले में खराश होने पर गुनगुने पानी से गरारा करें,
• दमे के रोगी दवा नियमित समय पर लें.