Ghaziabad Pollution: सांसों पर प्रदूषण का पहरा, RED जोन में AQI - गाजियाबाद प्रदूषण का स्तर
आज गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर 'अत्यंत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया है. आज गाजियाबाद एक्यूआई 315 दर्ज किया गया है.
सांसों पर प्रदूषण का पहरा
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Published : Feb 24, 2022, 12:14 PM IST
नई दिल्ली/गाजियाबाद:दिल्ली एनसीआर में हर एक सांस पर प्रदूषण ने पहरा लगा रखा है. हवा में घुल रहा प्रदूषण का जहर लोगों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रहा है. मौजूदा समय में गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स 'अत्यंत खराब' श्रेणी (Red Zone) में बरकरार है. गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 315 दर्ज किया गया.
प्रदूषण से गाजियाबाद की सेहत बिगड़ती हुई नजर आ रही है. प्रदूषण की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन द्वारा तमाम कवायद की जा रही है, लेकिन प्रदूषण स्तर में कुछ खासा गिरावट देखने को नहीं मिल रही है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की मानें तो आज गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर अत्यंत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है. गाजियाबाद में आज एक्यूआई 315 है.
गाजियाबाद के प्रदूषण स्तर पर एक नजर:
इलाका
AQI
इंदिरापुरम
274
वसुंधरा
294
संजय नगर
306
लोनी
386
बता दें, एयर क्वालिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है. विशेषज्ञों के मुताबिक हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन, सल्फर डायऑक्साइड, नाइट्रिक डायऑक्साइड, कार्बन मोनो और डायआक्साइड सभी सांस की नली में सूजन, एलर्जी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं.
ऐसे बरतें सावधानी
• बच्चे, बुजुर्ग और दमा रोगी सुबह और शाम को न टहलें.
• घर से मास्क लगाकर ही बाहर बाजार में जाएं.
• दमे के रोगी इन्हेलर का नियमित इस्तेमाल करें.
• दमे के रोगी दवा नियमित समय पर लें.
• शाम को गर्म पानी की भाप लें.
• गले में खराश होने पर गुनगुने पानी से गरारा करें.