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बारिश के बाद Ghaziabad में प्रदूषण के स्तर में मामूली सुधार, हवा की गुणवत्ता अब भी 'खराब'

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, गाजियाबाद का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 256 दर्ज किया गया है. बीते दिनों के मुकाबले आज गाज़ियाबाद के प्रदूषण स्तर में थोड़ा बहुत सुधार देखने को मिला है.

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गाजियाबाद के प्रदूषण के स्तर में मामूली सुधार

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Published : Dec 27, 2021, 1:22 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में प्रदूषण कहर बरपा रहा है. हवा में घुल रहे प्रदूषण के ज़हर से गाज़ियाबाद की सेहत बिगड़ रही है. हवा में घुल रहे प्रदूषण स्तर के चलते लोगों को स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. आज गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है.

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, गाजियाबाद का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 256 है. हालांकि मौजूदा समय में गाज़ियाबाद का AQI खराब श्रेणी में बरकरार है. रविवार देर शाम हुई बारिश के बाद गाजियाबाद के प्रदूषण स्तर में थोड़ा बहुत सुधार देखने को मिला है. प्रदूषण स्तर अत्यंत खराब से लुढ़क कर खराब श्रेणी में पहुंच गया है.

गाजियाबाद के प्रदूषण के स्तर में मामूली सुधार
गाजियाबाद के लोनी इलाके के प्रदूषण स्तर की बात करें, तो के का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जनपद में सबसे अधिक दर्ज किया गया है. लोनी का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 358 दर्ज किया गया है. लोनी का प्रदूषण स्तर रेड जोन में बना हुआ है. गाजियाबाद के प्रदूषण स्तर पर एक नजर-
गाजियाबाद के प्रदूषण के स्तर में मामूली सुधार
एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.

विशेषज्ञों के मुताबिक हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन, सल्फर डायऑक्साइड, नाइट्रिक डायऑक्साइड, कार्बन मोनो और डायआक्साइड सभी सांस की नली में एलर्जी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं. सूजन,

बरतें सावधानी-

• बच्चे, बुजुर्ग और दमा रोगी सुबह और शाम को न टहलें.

• घर से मास्क लगाकर ही बाहर जाएं.

• दमे रोगी इन्हेलर का नियमित इस्तेमाल करें.

• दमे के रोगी दवा नियमित समय पर लें.

• शाम को गर्म पानी की भाप लें.

• गले में खराश होने पर गुनगुने पानी से गरारा करें.

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