गाजियाबाद में प्रदूषण का कहर बरकरार, Red Zone में लोनी का AQI - गाजियाबाद में प्रदूषण का कहर
गाजियाबाद में एक बार फिर से प्रदूषण बढ़ना शुरू हो गया है. आज गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है.
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Published : Mar 25, 2022, 11:58 AM IST
नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में प्रदूषण कहर बरपा रहा है. हवा में घुल रहे प्रदूषण के ज़हर से गाज़ियाबाद की सेहत बिगड़ रही है. हवा में घुल रहे प्रदूषण स्तर के चलते लोगों को स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. आज गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 281 है. हालांकि मौजूदा समय में गाज़ियाबाद का AQI खराब श्रेणी में बरकरार है. गुरुवार के मुकाबले शुक्रवार को प्रदूषण स्तर में गिरावट देखने को मिली है.
प्रदूषण का कहर बरकरार
गाजियाबाद के लोनी इलाके के प्रदूषण स्तर की बात करें, तो यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स जनपद में सबसे अधिक दर्ज किया गया है. लोनी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 308 दर्ज किया गया है. लोनी का प्रदूषण स्तर रेड जोन में बना हुआ है. गाजियाबाद के प्रदूषण स्तर पर एक नजर-
गाजियाबाद के इलाके
प्रदूषण स्तर
इंदिरापुरम
252
वसुंधरा
268
संजय नगर
296
लोनी
308
एयर क्वालिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.
विशेषज्ञों के मुताबिक हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन, सल्फर डायऑक्साइड, नाइट्रिक डायऑक्साइड, कार्बन मोनो और डायआक्साइड सभी सांस की नली में सूजन, एलर्जी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं. प्रदूषण से बचने के लिए ये सावधानियां बरतें-
बच्चे, बुजुर्ग और दमा रोगी सुबह और शाम को न टहलें.
घर से मास्क लगाकर ही बाहर निकलें.
दमे के रोगी इन्हेलर का नियमित इस्तेमाल करें.
दमे के रोगी दवा का नियमित सेवन करें.
शाम को गर्म पानी का भाप लें.
गले में खराश होने पर गुनगुने पानी से गरारा करें.
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