नई दिल्ली/ गाजियाबाद: आज हम आपको एक ऐसे शातिर बदमाश की कहानी बताएंगे जो जेल से जमानत पर बाहर आया और फिर प्रण लेकर अपराध करने लगा. उसने प्रण लिया था कि जब भी वह सुनवाई के दौरान कोर्ट जाएगा तो वहां पर चोरी करेगा. जी हां, आरोपी मामले की सुनवाई के लिए कोर्ट जाता था तो कोर्ट परिसर में चोरी कर लेता था. इस गैंग के पकड़े जाने से यह भी खुलासा हुआ है कि दिल्ली-एनसीआर में चोरी हुए वाहनों में से अधिकतर वाहन बरामद क्यों नहीं हो पाते हैं. गैंग के शातिर सदस्यों की करतूत के बारे में सुनेंगे तो आप हैरान रह जाएंगे.
मामला गाजियाबाद के कौशांबी इलाके का है. यहां पर पुलिस ने विक्रम नाम के एक वाहन चोर और उसके चार साथियों को गिरफ्तार किया. विक्रम कुछ समय पहले वाहन चोरी के मामले में जेल में था. लेकिन जैसे ही बाहर आया उसने फिर से वाहन चोरी की वारदात शुरू कर दी. पुलिस को पता चला कि कौशांबी इलाके के भवापुर में एक गोदाम है जहां पर चोरी के वाहन काटे जा रहे हैं. बस पुलिस ने वहां छापा मारा और गैंग को दबोच लिया. पुलिस के सामने चौंकाने वाले तथ्य आए. गोदाम में से सैकड़ों वाहनों के पार्ट बरामद हुए हैं. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने गोदाम किराए पर ले रखा था और दिल्ली एनसीआर से चोरी किए गए वाहनों को यहां लाया जाता था. उन्हें कुछ मिनटों में ही काट दिया जाता था. सीधे शब्दों में कहें तो उनके सभी पार्ट अलग कर दिए जाते थे और उन्हें दिल्ली में बेच दिया जाता था. पुलिस जब वाहन की तलाश करती थी तो वाहन नहीं मिलता था, क्योंकि उसके पार्ट अलग-अलग करके भेज दिए गए होते थे. अब तक इन आरोपियों ने सैकड़ों वाहन चोरी किए हैं. इनमें ज्यादातर वाहन दोपहिया वाहन है.