नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के डासना जेल में बंद कैदी भी इस बार जन्माष्टमी के कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बन पाएं. क्योंकि इस बार किसी तरह का कार्यक्रम जेल में नहीं आयोजित हुआ. हर साल जन्माष्टमी के मौके पर जेल में पूजा अर्चना का कार्यक्रम रखा जाता था. लेकिन कोरोना की वजह से इस बार कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है.
डासना जेल में डिजिटल माध्यम से दी गई जन्माष्टमी की शुभकामनाएं हालांकि कैदियों को डिजिटल माध्यम से जन्माष्टमी की शुभकामनाएं दी गई हैं. जेल अधीक्षक ने जेल रेडियो के माध्यम से कैदियों को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं देते हुए, सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का हमेशा ख्याल रखने की सलाह दी है.
हर जन्माष्टमी होता था भजन कीर्तन
जन्माष्टमी के मौके पर हर साल जेल के अंदर भजन कीर्तन होता था, और प्रसाद भी वितरित किया जाता था. लेकिन कोरोना ने बाकी त्योहारों की तरह जन्माष्टमी का त्योहार भी जेल के भीतर सूना हो गया है. इससे पहले रक्षाबंधन के त्योहार पर भी कैदियों से उनकी बहने नहीं मिल पाई थी. कैदियों की सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए ही जेल प्रशासन ने यह फैसला लिया है.
जेल अधीक्षक की अपील
जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा ने जेल रेडियो के माध्यम से अपील की है कि कैदी अपने बैरक में भगवान की वंदना करें और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरी तरह से ख्याल रखें. कैदियों को पूरी तरह से मास्क का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है. समय-समय पर बैरकों में भी सैनिटाइजेशन की व्यवस्था जेल प्रशासन की तरफ से की जा रही है.