नई दिल्ली/गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्वरूप नगर बाल संरक्षण गृह की घटना पूरे देश में सुर्खियों में है. जब से यहां से नाबालिक लड़कियों के प्रेग्नेंट होने और उन्हें कोरोना पाए जाने के साथ ही एड्स होने की खबर सामने आई है, तब से ही हड़कंप मचा हुआ है. इस मामले को लेकर आज आम आदमी पार्टी के नेताओं ने एसआईटी जांच की मांग को लेकर गाजियाबाद जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने आम आदमी पार्टी के नेताओं से खास बातचीत की.
इसके साथ ही उनका कहना है कि जिस तरीके से उत्तर प्रदेश में महिलाओं और बालिकाओं के साथ अत्याचार हो रहे हैं, उनको उत्तर प्रदेश सरकार रोक नहीं पा रही है, और विफल साबित हुई है. ईटीवी भारत को आम आदमी पार्टी के महानगर अध्यक्ष मुकेश आनंद ने बताया कि जिस तरीके से कानपुर की घटना हुई है, उसी तरीके से ऐसी घटना बिहार में भी हुई थी. इस तरह की घटनाओं में बड़े-बड़े लोगों का हाथ होता है, जिनके पास कोई आश्रय नहीं होता वही ऐसे आश्रय स्थलों में जाते हैं, जहां पर वह प्रेग्नेंट हो जाती हैं. ऐसे ही कानपुर की घटना में बालिकाओं के साथ दुराचार हुआ है, कुछ को एड्स और कुछ कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं. इस घटना को लेकर प्रशासन का काम है, कि जो भी दोषी है, उसके खिलाफ निष्पक्ष होकर कार्रवाई करें.
'दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई'
इसीलिए आम आदमी पार्टी चाहती हैं कि हाईकोर्ट की निगरानी में एसआईटी का गठन कर न्यायिक जांच होनी चाहिए. इस मामले में कोई भी पार्टी या कोई भी व्यक्ति, रसूखदार दोषी हो उसके खिलाफ तुरंत कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. इसी मामले को लेकर आज उन्होंने गाजियाबाद जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है.