नई दिल्ली/ गाजियाबाद: जिले मेंवाहन चोरों के एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया गया है, जिनसे तीन करोड़ रुपए कीमत के चोरी के वाहनों के पार्ट्स बरामद हुए हैं. इसके अलावा कई चोरी के वाहन भी बरामद हुए हैं. इस गैंग के सरगना का मकसद यही था कि वह वाहन चोरी से करोड़पति बनेगा और उसने अपना यह सपना इस क्राइम को अंजाम देकर लगभग पूरा कर लिया था. लेकिन चोरी के माल को वह बेच नहीं पाया उससे पहले ही पकड़ा गया.
गाजियाबाद में क्राइम ब्रांच ने यह गिरफ्तारी की है. चार पहिया वाहनों को चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ा है. इसके चार सदस्य पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं. जिनमें सरगना इरफान खान उतरखंड का रहने वाला है. इसके अलावा नजब खान नाम का आरोपी मुरादाबाद का रहने वाला है. वहीं, रवि और अनीश नाम के आरोपी भी पकड़े गए हैं. इनसे चोरी के कई वाहन बरामद हुए, जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ करके इनके गोदाम पर छापेमारी की. जहां से करीब तीन करोड़ रुपए कीमत के वाहनों के पार्ट्स बरामद हुए. यह सभी चोरी के वाहनों को काटकर तैयार किए गए थे.
पुलिस पूछताछ में गैंग के सरगना इरफान ने बताया कि उनका एक संगठित गिरोह है. यह गिरोह मिलकर वाहन चोरी की वारदातें अंजाम देता है. ड्रिल मशीन से गाड़ी का पिछला दरवाजा काट कर खोला जाता है और फिर वाहन के अंदर जाकर चाबी की प्रोग्रामिंग की जाती है. इसके बाद आधुनिक सिक्योरिटी सिस्टम को भी यह पलक झपकते ही खोल लेते हैं. तत्काल गाड़ी को चोरी कर लिया जाता है. उसके बाद गाड़ी को किसी पार्किंग या सुनसान जगह पर खड़े कर देते हैं. इसके बाद सभी आरोपी अपने मोबाइल नंबर स्विच ऑफ करके इधर उधर चले जाते हैं. मौका मिलते ही गाड़ी को संबंधित जगह से उठाया जाता है और फिर एक दूसरे से इंटरनेट के माध्यम से कनेक्ट होते हैं. बाद में गाड़ी के पार्ट अलग-अलग कर दिए जाते हैं. यह सब कुछ गोदाम में होता है.