नई दिल्ली/गाजियाबाद:शादी मेंज्यादा खाना खाने से दो लोगों की भोजन की नली फट गई है. इसके बाद दोनों को मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों की टीमन ने जान बचाई. मैक्स वैशाली में पल्मोनोलॉजी विभाग के प्रमुख कंसल्टेंट डॉ. शरद जोशी ने कहा, चिकित्सा टीम ने तत्काल कार्यवाही शुरू करते हुए उनकी पूरी जांच की. इससे पता चला कि उनकी भोजन नली में गंभीर जख्म हो गए हैं.
ओरल कॉन्ट्रास्ट के साथ विशेष सीटी स्कैन से उनकी बीमारी की पुष्टि हुई. फेफड़ों के आसपास जमा पानी उल्टी के अवशेष को निकालने के लिए सीने में ट्यूब लगाई गई और बाद में टूटी हुई भोजननली की मरम्मत के लिए लंबी सर्जरी की गई. भोजननली के क्षतिग्रस्त होने के कारण तेज उल्टियां होना जानलेवा लक्षण माना जाता है, जिसमें ऐसे लगभग 70 फीसदी मरीजों की मृत्यु भी हो जाती है. खासकर, जानकारी का अभाव, डायग्नोसिस में देरी तथा निर्णायक प्रबंधन के कारण ये लक्षण 100 फीसदी जानलेवा हो जाते हैं.
बोरहाव्स सिंड्रोम यानी भोजननली में टूट-फूट बहुत दुर्लभ बीमारी मानी जाती है जो प्रति 10 लाख मामलों में 3 फीसदी तक में पाई जाती है. दोनों मरीजों के मामले में सही समय पर डायग्नोसिस हो जाने और डॉ. जोशी के नेतृत्व में पल्मोनोलॉजी की टीम, आपात टीम तथा बाद में डॉ. रोमन दत्ता की थोरैसिस सर्जरी टीम द्वारा तत्पर सर्जरी और मरम्मत की कार्यवाही करने से उनकी जान बचा ली गई.