नई दिल्ली: कृषि कानूनों की वापसी एवं एसपी की गारंटी की मांग को लेकर गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन को दो महीने होने जा रहे हैं. आंदोलन में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों के हजारों की संख्या में किसान मौजूद हैं. एक तरफ आंदोलन में गांव से किसान राशन सामग्री लेकर पहुंच रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ किसान गांवों से चंदा इकट्ठा कर यूनियन को दे रहे हैं.
तीन लाख रुपये का दिया चंदा
उत्तर प्रदेश के मथुरा की मांट तहसील के ग्राम पारसोली के किसान करीब साढ़े तीन लाख रुपये का चंदा इकट्ठा कर गाज़ीपुर बॉर्डर पहुंचे. भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) को आंदोलन के लिए दान किया. ग्राम पारसोली के रहने वाले किसान देवेंद्र सिंह ने बताया कि ग्राम सभा और पंचायत की ओर से किसान आंदोलन के लिए गांव में चंदा इकट्ठा किया गया. गांव की सरदारी ने 3 लाख 51 हज़ार रुपये किसान आंदोलन के लिए दान किया है. गांव के लगभग सभी किसान और मजदूरों ने चंदा देकर आंदोलन में योगदान दिया है. किसान हक की लड़ाई के लिए सड़कों पर हैं. ऐसे में किसानों की रहने-खाने आदि की व्यवस्था के लिए गांव की ओर से सहयोग दिया गया है.