नई दिल्ली/गाजियाबाद:दिल्ली-यूपी बार्डर (यूपी गेट) समेत दिल्ली की अन्य सीमाओं पर किसानों के आंदोलन को करीब एक महीने से ज्यादा का समय हो गया है. किसान अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर डटे हुए हैं और खुले आसमान के नीचे ही कड़ाके की सर्दी में रात गुजार रहे हैं. किसानों की मांगों का अब तक हल नहीं निकला है. जिससे कि किसानों में केंद्र सरकार के खिलाफ गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा.
युवा ने खून से लिखा पत्र
यूपी गेट पर आंदोलन कर रहे युवा किसान विजय हिंदुस्तानी ने केंद्र सरकार को अपने खून से पत्र लिख कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की है. ईटीवी भारत से बातचीत में विजय हिंदुस्तानी ने बताया कि केंद्र सरकार जल्द तीनों कृषि कानूनों को वापस ले. केंद्र सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है. केंद्र सरकार द्वारा 48 घंटे के भीतर कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता है तो किसान आत्महत्या करने के लिए तैयार हो जाएगा.