नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोरोना काल में फैक्ट्री कर्मचारियों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. गाजियाबाद में मेरठ रोड औद्योगिक क्षेत्र स्थित ECE फैक्ट्री के कर्मचारी काम छोड़कर धरने पर बैठे हैं. उनका कहना है कि फैक्ट्री उनके वेतन में से 30 प्रतिशत की कटौती का फरमान सुना रही है. लेकिन कर्मचारियों को फैक्ट्री का ये फरमान कबूल नहीं है.
कर्मचारियों का आरोप है कि ज्यादातर लोगों की सैलरी सिर्फ 10 हजार रुपये महीना है. उसमें से अगर 30 फीसदी वेतन काट लिया जाएगा तो घर नहीं चल पाएगा. ऐसे में कर्मचारियों के सामने भारी संकट खड़ा हो गया है. वे काम छोड़कर फैक्ट्री के बाहर धरने पर बैठे हैं.
'मैनेजमेंट ने काम पर आने से किया मना'
दर्जनों कर्मचारी ECE फैक्ट्री के बाहर ही धरने पर बैठे हैं. उनका आरोप है कि फैक्ट्री का फरमान नहीं सुनने पर फैक्ट्री मैनेजमेंट ने उन्हें काम पर आने से भी मना कर दिया है. ऐसे में वह कहां जाएं. ये कर्मचारी लंबे समय से फैक्ट्री को अपनी सेवाएं देते आ रहे हैं. लेकिन अचानक से आए फरमान ने उन्हें निराश कर दिया है.