नई दिल्ली/गाजियाबाद: प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले उमेश गुप्ता दिल्ली से गाजियाबाद किसी काम के लिए आए हुए थे. वह मोटरसाइकिल से वापस जा रहे थे इसी दौरान उनकी गर्दन चाइनीज मांझे की चपेट में आ गई, जिससे गर्दन का एक बड़ा हिस्सा बुरी तरह से कट गया. लेकिन उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने तत्काल इलाज करते हुए उनकी गर्दन को दोबारा जोड़ा जिससे उनकी जान बच गई. फिलहाल मरीज खतरे से बाहर है.
डॉक्टर का कहना है कि चाइनीज मांझा सांस ती नली तक पहुंच चुका था, अगर सांस की नली कट जाती तो मरीज का जान बचाना मुश्किल हो जाता. बता दें कि शुक्रवार को गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र की घटना है. घटना से परिवार काफी ज्यादा सदमे में था लेकिन अब परिवार डॉक्टरों का धन्यवाद अदा कर रहा है.
चाइनीज़ मांझे से कट गई थी गर्दन ये भी पढ़ें: तीस हजारी कोर्ट : हनी सिंह के खिलाफ दर्ज घरेलू हिंसा के मामले पर सुनवाई आज
डॉक्टरों की मानें तो जिस समय मरीज को अस्पताल लाया गया उनकी हालत काफी गंभीर थी. गर्दन बुरी तरह से कट चुकी थी, लेकिन समय पर अस्पताल पहुंचने से मरीज की जान बचाई जा सकी. वहीं अभी तक ये नहीं पता चल पाया है कि जिस चाइनीज़ मांझे से गर्दन कटी उस मांझे से पतंग उड़ाने वाला व्यक्ति कौन था.
अभी तक उमेश की तरफ से कोई पुलिस शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है. लेकिन माना जा रहा है कि वह पुलिस शिकायत दर्ज कराएंगे. यह जरूरी भी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि चाइनीज मांझा से पतंग उड़ाने वाला व्यक्ति कौन था और उसने मांझा कहां से खरीदा था. बता दें कि भारत में चाइनीज मांझे की बिक्री पर रोक है. इससे पहले भी चाइनीज मांझे से कई हादसे हो चुके हैं. लेकिन लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले लोग चाइनीज मांझा बेचने से बाज नहीं आ रहे हैं.