नई दिल्ली/गाजियाबाद : मौसम के बदलते मिजाज के साथ-साथ गाजियाबाद की हवा का मिजाज भी जहरीला होना शुरू हो गया है. दिल्ली-एनसीआर से सटे पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं सामने आ रही हैं. इसकी वजह से प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. गाजियाबाद पर भी प्रदूषण का साया मंडरा रहा है. यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है.
गाजियाबाद की वायु गुणवत्ता आज गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एकयूआई) 407 रहा, जो 'गंभीर श्रेणी' आता है. गाजियाबाद के लोनी इलाके के प्रदूषण स्तर की बात करें तो यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स जनपद में सबसे अधिक दर्ज किया गया है. लोनी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 453 दर्ज किया गया है.
एक नजर गाजियाबाद के प्रदूषण स्तर पर
- इंदिरापुरम, गाजियाबाद: 388
- वसुंधरा, गाजियाबाद: 399
- संजय नगर, गाजियाबाद: 388
- लोनी, गाजियाबाद: 453
विशेषज्ञों की मानें तो दिल्ली एनसीआर में आने वाले समय में एयर क्वालिटी इंडेक्स में और बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. बीते कई सालों से देखने को मिला है कि अक्टूबर का महीना शुरू होते ही दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण स्तर बढ़ने लगता है.
क्या है एक्यूआई का पैमाना
एयर क्वालिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.