नई दिल्ली/गाजियाबाद:गाजियाबाद लोकसभा सीट पर 11 अप्रैल को पहले चरण में मतदान हो गया. लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान कांग्रेसी प्रत्याशी डॉली शर्मा को उन्हीं की पार्टी के नेताओं ने सहयोग नहीं किया.
प्रचार के दौरान ये देखने में आया था कि वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुरेंद्र गोयल समेत दूसरे कई नेताओं ने चुनाव प्रचार से अपने को अलग कर लिया था. इन्हीं सब घटनाओं को लेकर कांग्रेस की अनुशासन समिति ने रिपोर्ट तैयार कर जांच रिपोर्ट हाईकमान को भेजी है.
दूसरे राजनीतिक दलों का किया प्रचार
अनुशासन समिति के चेयरमैन और पूर्व महानगर अध्यक्ष वीके सिंह के अनुसार वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं सहित 10 नगर निगम के पार्षदों ने पार्टी की गाइड लाइन से हटकर दूसरे राजनीतिक दलों को चुनाव लड़ाया या फिर उनके चुनाव में हर संभव मदद की.
कांग्रेस संगठन में फूट के संकेत
भले ही चुनाव के नतीजे 23 मई को सामने आएंगे लेकिन आलाकमान को भेजी गई रिपोर्ट में इन बागी नेताओं पर गाज गिरनी तय है.
हैरानी की बात यह है कि नगर निगम में कांग्रेस के 16 पार्षदों जिनमें से 10 पार्षदों ने डॉली शर्मा के खिलाफ जाकर चुनाव प्रचार किया है. जो कहीं ना कहीं कांग्रेस संगठन में फूट के संकेत दे रहे हैं.