नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद के साहिबाबाद स्थित स्वामी विवेकानंद सरस्वती विद्या मंदिर में प्रदूषण रहित रावण के पुतले का दहन किया गया. स्कूली बच्चों ने रावण के पुतले में काम, क्रोध, लालच, लोभ जैसी बुराइयों को माला के रूप में दर्शाया है.
पटाखों के स्थान पर हवन सामग्री का उपयोग
स्कूल के प्रधानाचार्य विशोक कुमार ने कहा कि रावण के पुतले में वायु या ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाली वस्तुओं का इस्तेमाल नहीं किया गया था. पुतले में पटाखों के स्थान पर हवन सामग्री का उपयोग किया गया जिसका उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और बच्चों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाना था.