नई दिल्ली/गाजियाबाद: मंगलवार को जिलाधिकारी मुख्यालय के बाहर भारी संख्या में लेखपालों ने इकट्ठा होकर उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के बैनर तले अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया.
लेखपाल संघ का कार्य बहिष्कार लेखपालों का कहना है कि शासन स्तर पर 3 वर्षों से उनकी मांगे लंबित पड़ी हैं. केवल आश्वासन के अलावा उनकी कोई भी मांग नहीं मानी जा रही. जिस वजह से लोगों में काफी रोष है.
अनिश्चितकालीन संपूर्ण कार्य बहिष्कार
अपनी मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ की गाजियाबाद जिला इकाई द्वारा जिला अधिकारी मुख्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन संपूर्ण कार्य बहिष्कार एवं धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांग वेतन उच्चीकरण पदोन्नति एवं पेंशन विसंगति है. लेखपाल पद पर 30 साल नौकरी के करने के बाद भी प्रमोशन नहीं है जबकि अन्य विभागों में 5 साल पर प्रमोशन है.
कार्य बहिष्कार और धरना प्रदर्शन लंबे समय से कर रखा है काम का बहिष्कार
लेखपाल संघ ने लंबे समय से कार्य का बहिष्कार कर रखा है. ऐसे में सरकारी कामकाज पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है, जिससे आम जनता को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. जिला मुख्यालय पर हुए धरने प्रदर्शन में उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के रहस्यवाद जिलाध्यक्ष सिद्धार्थ कौशिक, जिला सचिव किरण पाल गौतम, मनोज कुमार, गजेंद्र सिंह, प्रमोद उपाध्याय, बबीता, सोनिया ललित बिहारी समेत भारी संख्या में लेखपाल मौजूद रहे.