नई दिल्ली : अपनी मांगों को लेकर नौ दिन से नगर पालिका परिषद में धरने पर बैठी पीड़ित महिलाओं से मिलने भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के पदाधिकारी पहुंचे हैं. उन्होंने प्रशासन को मांग पूरी न होने पर नगर पालिका परिषद को गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) बनाने की चेतावनी दी है.
मुरादनगर श्मशान घाट हादसे (Muradnagar cremation ground incident) की पीड़ित महिलाओं का सरकारी नौकरी की मांग को लेकर 9 दिन से छोटे-छोटे बच्चों के साथ धरना बैठी है. गाजियाबाद में धारा 144 की मियाद 27 जनवरी तक बढ़ा दी गई है. इसके बावजूद अपनी मांगों को लेकर पीड़ित महिलाएं मुरादनगर नगर पालिका परिषद (Muradnagar Municipal Council) में धरने पर डटी हुई हैं. इनको तमाम राजनीतिक दलों का समर्थन मिल भी रहा है.
मुरादनगर में धरने पर बैठी महिलाओं से मिले भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी ये भी पढ़ें :मुरादनगर श्मशान घाट हादसा : गुजर गया साल न मिली नौकरी, न इंसाफ
वहीं दूसरी ओर आज पीड़ित महिलाओं से मिलने भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के पदाधिकारी पहुंचे हैं. उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए पीड़ित महिलाओं की मांग को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की है. भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक (टिकैत) के मेरठ मंडल उपाध्यक्ष सत्येंद्र त्यागी का कहना है कि उखलारसी श्मशान घाट हादसे (Ukhlarsi Crematorium Ground incident) की पीड़ित महिलाएं अपनी मांगों को लेकर नौ दिन से धरने पर बैठी हुई हैं. वह शासन प्रशासन को चेतावनी देते हैं कि या तो जल्द से जल्द हमारी मांगों को मान लिया जाए. वरना मुरादनगर नगर पालिका परिषद को गाजीपुर बॉर्डर बना दिया जाएगा. आज हम सिर्फ पीड़ित महिलाओं से मिलने आए हैं. अगली बार पूरी भारतीय किसान यूनियन आएगी तो मुरादनगर की सड़कें और नगर पालिका परिषद को बंद कर दिया जाएगा. भारतीय किसान यूनियन दिखा देगा किस तरह पीड़िताओं को न्याय दिलाया जाता है.
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धरना स्थल पर बैठी पीड़िता ने बताया कि उनकी मांग है कि इस हादसे के दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए और जो शासन-प्रशासन ने सरकारी नौकरी का वादा किया था. वह नौकरी दी जाए और उनके मुआवजे की राशि बढ़ाने के साथ बच्चों बच्चों की शिक्षा की ओर ध्यान दिया जाए.