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गाजियाबाद के बैंक्वेट हॉल-फार्म हाउस पर कोरोना की चोट, नाइट कर्फ्यू के चलते धंधा मंदा

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Published : Apr 14, 2021, 5:56 PM IST

गाजियाबाद में कोरना काल के दौरान बैंक्वेट हॉल और फार्म हाउस संचालकों पर आर्थिक संकट मंडरा रहा है. पिछले साल लॉक डाउन के चलते और इस साल नाइट कर्फ्यू के बाद धंधा मंदा चल रहा है. इस आर्थिक संकट के चलते बैंक्वेट हॉल मालिकों ने अपने कर्मचारियों की संख्या भी घटा दी है.

banquet hall and farm house owner facing financial issue
बैंक्वेट हॉल-फार्म हाउस पर कोरोना की चोट

नई दिल्ली/गाज़ियाबाद:कोरोना की वजह से एनसीआर में बैंक्वेट हॉल और फार्म हाउस संचालकों,और उनके कर्मचारियों की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. बीते साल लॉक डाउन की वजह से धंधा चौपट हो गया था. इस बार फिर से नाइट कर्फ्यू के बाद लगातार शादी समारोह की बुकिंग कैंसिल हो रही है. बैंक्वेट हॉल मालिकों ने अपने कर्मचारियों की संख्या घटा दी है. उनका यहां तक कहना है कि अब राशन के लिए भी रुपए नहीं बचे हैं.

बैंक्वेट हॉल-फार्म हाउस पर कोरोना की चोट

संचालक सुना रहे आप बीती
गाजियाबाद में मोहन नगर स्थित फार्म हाउस के संचालक चंद्र प्रकाश का कहना है कि कोरोना के चलते आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो गई है कि लोन ले कर काम चला रहे है, हाल ये है कि वर्कर्स की तनख्वाह देने के लिए भी रुपए नहीं है. ज्यादातर लोग शादी और अन्य समारोह की बुकिंग कैंसिल करा रहे हैं, बुकिंग के रुपये वापस लौटाए जा रहे हैं. अब तो सड़क पर आने की नौबत आ गई है. वहीं मैरिज होम संचालक रविंद्र का कहना है कि लोग कोरोना के चलते बुकिंग करने से डर रहे है.

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रोजगार का संकट भी गहराया
जानकारी के मुताबिक ज्यादातर फार्म हाउस और बैंक्वेट हॉल मालिकों ने अपना स्टाफ ही बीते साल की तुलना में काफी कम कर दिया है. कई बैंक्वेट और फार्म हाउस से ऐसे स्टाफ को निकाला गया है, जो कई सालों से काम कर रहे थे. उनके सामने और रोजगार का संकट भी गहरा गया है. कोरोना काल में दूसरी जगह नौकरी लगना भी आसान नहीं है. ऐसे में रोजी रोटी कैसे चल पाएगी.

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