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नश की लत से छुड़ाकर बाबा ने बच्चे की घर पहुंचने में की मदद, जानें पूरा मामला

गाजियाबाद के बच्चे को दिल्ली से उसके घर वापस पहुंचाने में मदद करके (baba helped child to reach his home) अरशद बाबा ने इंसानियत की मिसाल पेश की है. बच्चे ने बताया कि वह करीब चार महीने पहले घर से भागकर दिल्ली आ गया था जहां वह नशे का आदी हो गया था. इसपर बाबा उसे मोदीनगर पहुंचे और बच्चे को रेलवे पुलिस को सौंप दिया.

baba helped child to reach his home
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Published : Oct 17, 2022, 4:40 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद:गाजियाबाद में एक बाबा ने घर से भागकर दिल्ली आए बच्चे को नशे के चंगुल से छुड़ाकर घर पहुंचने (baba helped child to reach his home) में मदद करके इंसानियत की मिसाल पेश की है. अरशद बाबा नाम के इस शख्स ने माता-पिता की लड़ाई से तंग आकर घर से भागे बच्चे को देख उसकी पूरी कहानी सुनी और पुलिस के माध्यम से उसकी घर पहुंचने में मदद की. पुलिस का कहना है कि बच्चे को जल्द उसके गांव खंजरपुर पहुंचाया जाएगा.

बच्चे को घर पहुंचने में बाबा ने की मदद

दरअसल, करीब चार महीने पहले गाजियाबाद में मोदीनगर के खंजरपुर गांव के रहने वाले एक बच्चे ने माता-पिता की लड़ाई से तंग आकर घर छोड़ दिया और दिल्ली आ गया. इसके बाद वह पुरानी दिल्ली स्टेशन, चांदनी चौक में रहने लगा जहां उसकी संगत नशेड़ी किस्म के लड़कों के साथ हुई, जिससे वह नशे का आदी हो गया. इसी बीच अरशद बाबा वहां से गुजरे तो उनकी नजर उस लड़के पर पड़ी और उन्होंने लड़के की कहानी जाननी चाही. इस पर लड़के ने उन्हें बताया कि वह छोटे मोटे काम कर पैसा कमाता है और उसी पैसे से नशे करता है. उसने यह भी बताया कि पेट भरने के लिए वह गुरुद्वारों के लंगर में जाता है.

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जब अरशद बाबा ने उससे घर जाने की बात पूछी तो उसने बताया कि वह खंजरपुर गांव का रहने वाला है और घर जाना चाहता है. इसके बाद बाबा उसे अपने घर ले गए 7 दिन तक लड़के के नशे का उपचार कराया. जब लड़का थोड़ा स्वस्थ हुआ तो वह उसे मोदीनगर लेकर पहुंचे और रेलवे पुलिस को सारी बात बताकर लड़के को उन्हें सौंप दिया. वहीं पुलिस ने कहा कि बच्चे को उसके घर जल्द पहुंचाया जाएगा. बाबा ने पुलिस को बताया कि वह राजस्थान के रहने वाले हैं फेरी लगाकर अंगूठी और नगीने बेचने का काम करते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि फेरी लगाने के दौरान ही उन्होंने बच्चे को देखा था.

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