नई दिल्ली: विदेश राज्यमंत्री और गाजियाबाद से लोकसभा सांसद और प्रत्याशी जनरल वीके सिंह ने कहा है कि सेना किसी पार्टी या किसी व्यक्ति की नहीं है. सेना देश की है और देश के लिए काम करती है और उसी भावना से काम करती है. ईटीवी भारत ने वीके सिंह से एक्सक्लूसिव बातचीत की.
जनरल वीके सिंह ने यूपीए सरकार के वक्त रक्षा राज्यमंत्री रहे जितेंद्र सिंह के उस बयान को भी नकारा जिसमे जितेंद्र सिंह ने कहा था कि यूपीए सरकार के समय 17-18 बार सर्जिकल स्ट्राइक हुए थे.
'बहुत चीजें सेनाएं अपने आप करती हैं'
उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि वो क्या बोल रहे हैं और किस विषय में बोल रहे हैं. इस पर कोई टिप्पणी किए बिना बस यही कहूंगा कि बहुत चीजें सेनाएं अपने आप करती हैं और अपने रिस्क पर करती हैं. बिना राजनीतिक आदेश पर करती हैं और लोग इसे पहचानें तो ठीक रहेगा.'
जनरल वीके सिंह ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के उस बयान को भी वोट बैंक से प्रेरित बताया जिसमें उमर अब्दुल्ला ने कश्मीर में अलग से प्रधानमंत्री की व्यवस्था की मांग की थी.
'नेता करते हैं अलगाववाद की बात'
जनरल सिंह कहते हैं कि मुझे नहीं मालूम कि उमर अब्दुल्ला को इससे कितना वोट मिलेगा, लेकिन जो लोग खुद को मुख्यधारा का नेता बताते हैं, वो भी कहीं न कहीं अलगाववाद की बात करते हैं.