नई दिल्ली/गाजियाबाद: 3 जनवरी को मुरादनगर में हुए श्मशान घाट हादसे में 24 लोगों ने जान गवा दी थी. इनके परिजनों ने अब तक सरकारी नौकरी न मिलने से नाराज होकर मुरादनगर और मोदीनगर के विधायक का घेराव किया और सरकारी नौकरी की मांग की.
नाराज पीड़ितों ने किया विधायक का घेराव पुलिस चौकी का उद्घाटन करने पहुंचे थे विधायक
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मुरादनगर थाने में महिला रिपोर्टिंग पुलिस चौकी के उद्घाटन कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे मोदीनगर विधायक और मुरादनगर विधायक अजीत पाल त्यागी का श्मशान घाट हादसे के पीड़ितों ने घेराव किया. पीड़ित महिलाओं का कहना है कि हादसे के वक्त उनसे वादा किया गया था कि सरकारी नौकरी दी जाएगी, लेकिन अभी तक उनको नौकरी नहीं मिली है.
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मुआवजा मिला, नौकरी नहीं
मुरादनगर श्मशान घाट हादसे की पीड़ित कविता ने बताया कि हादसे में पति की मौत हो गई थी. हादसे के वक्त उन्होंने मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग की थी. इसके बाद मुआवजा तो मिल गया है, लेकिन अभी तक सरकारी नौकरी नहीं मिली है. इसके साथ ही उनको एक लेटर भी दे दिया गया है. इसमें साफ लिखा है कि उनको सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी. उनको यहां तक कहा गया है कि गाजियाबाद में रोजगार मेला लगता है. उसमें भाग लीजिए, इसके बाद प्राइवेट नौकरी मिल जाएगी.
नौकरी दिलाने का करेंगे प्रयास
पीड़ित महिलाओं का कहना है कि उन्होंने जब इस मामले को लेकर विधायक अजीत पाल त्यागी से बातचीत की, तो उन्होंने कहा है कि वह प्रशासन से बातचीत कर नौकरी दिलाने का प्रयास करेंगे.
नौकरी न मिलने पर करेंगे चक्का जाम
ईटीवी भारत ने जब इस पूरे मामले को लेकर मुरादनगर विधायक अजीत पाल त्यागी से बात की, तो उन्होंने बताया कि पूर्व में आईजी मेरठ द्वारा इन लोगों को आश्वासन दिया गया था. इसके साथ ही उनको पीड़ितों ने कुछ कागज भी दिए है. इनको लेकर वह प्रशासन और शासन से बातचीत कर पीड़ितों की सहायता का प्रयास करेंगे. वहीं, दूसरी ओर पीड़ितों का कहना है कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं की गई, तो वह रोड पर बैठकर चक्का जाम करेंगे.