नई दिल्ली/गाजियाबाद: राष्ट्रकवि स्वर्गीय मैथिलीशरण गुप्त की आठ साल की पड़पोती अभिजीता गुप्ता ने वह कर दिखाया है, जो आम तौर पर किसी व्यक्ति को करने में कई साल लग जाते हैं. गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके की रहने वाली अभीजीता की उम्र भले ही छोटी है, लेकिन छोटी सी उम्र में उन्होंने लेखिका का खिताब हासिल कर लिया है. अभिजीता गुप्ता आठ साल की हैं. आठ साल की नन्ही सी उम्र में अभिजीता अंग्रेजी की तीन किताबें लिख चुकी है. छोटी सी उम्र में अभिजीता ने दुनिया भर में अपना और देश का नाम रोशन किया है.
पांच साल की उम्र से अभीजीता ने लिखना शुरू किया. उन्होंने एक छोटी सी कहानी लिखी, जिसके बाद उन्हें अंदाजा हुआ कि उन्हें कहानियां लिखना बेहद पसंद है. इसके बाद अभिजीत ने कहानियां लिखनी शुरू कर दी. कोरोना महामारी के चलते स्कूल बंद हो गए. ऐसे में बच्चे घरों में ही कैद हो गए. बाहर का खेलकूद भी बंद हो गया. लॉकडाउन लगने के बाद अभिजीता भी घर मे बोर होने लगी. ऐसे में उन्होंने खुद को व्यस्त रखने के लिए लिखना शुरू किया.