दिल्ली

delhi

ETV Bharat / city

लॉकडाउन में घर बैठे महिलाओं को मिलेगा रोजगार, इस संस्था ने की पहल - गाजियाबाद में कोरोना महामारी

गाजियाबाद के नेहरू युवा केंद्र से संचालित होने वाले मुरादनगर के महिला उन्नति प्रशिक्षण संस्थान की तरफ से लॉकडाउन में घर बैठी महिलाओं को रोजगार देने की मुहिम चलाई जा रही है.

corona guidelines in ghaziabad  corona new cases in ghaziabad  ghaziabad corona pandemic  employment in covid cricis  गाजियाबाद में कोरोना के नए मामले  गाजियाबाद में कोरोना महामारी  लॉकडाउन में महिलाओं को रोजगार
लॉकडाउन में महिलाओं को रोजगार

By

Published : May 15, 2021, 3:26 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद :जनपद गाजियाबाद के नेहरू युवा केंद्र से संचालित होने वाले मुरादनगर के महिला उन्नति प्रशिक्षण संस्थान की तरफ से लॉकडाउन में घर बैठी महिलाओं को रोजगार देने की मुहिम चलाई जा रही है. संस्था की चक्की झूला योजना के अंतर्गत महिलाएं घरों में रहकर हाथ चक्की से गेहूं पिसाई करेंगी.

लॉकडाउन में महिलाओं को रोजगार

गेहूं का पिसा हुआ आटा शहरों में संस्थान के माध्यम से बिकने के लिए जाएगा जिससे महिलाओं को रोजगार मिलने के साथ ही वह मानसिक तौर पर स्वस्थ भी रहेंगी.

ये भी पढ़ें :दिल्ली: नए मामले और संक्रमण दर एक महीने में सबसे कम, 24 घंटे में 289 मौत

महिला उन्नति प्रशिक्षण संस्थान की अध्यक्ष दुर्गेश शर्मा का कहना है कि वैश्विक महामारी कोरोनावायरस की वजह से पिछले साल लॉकडाउन लगाया गया था और अब फिलहाल में भी लॉकडाउन लगाया गया है. ऐसे में महिलाएं 1 साल से अपने घरों में फ्री बैठी हुई हैं. उनके पास कोई रोजगार नहीं है. ऐसे में उनकी संस्था द्वारा चलाई जा रही चक्की झूले की योजना से उनको रोजगार मिलेगा.

शहरवासियों को मिलेगा पौष्टिक आटा

महिला उन्नति प्रशिक्षण संस्थान की अध्यक्ष दुर्गेश शर्मा बताते हैं कि चक्की झूला योजना के अंतर्गत वह गांव की महिलाओं को चक्की में पीसने के लिए गेहूं उपलब्ध कराती हैं या वह अपनी ओर से भी गेहूं की व्यवस्था कर सकती हैं जिसके लिए उनको पैसे दिए जाएंगे.

चक्की चलाने से महिला रहेंगी तंदुरुस्त

वहीं सुराना गांव निवासी पूनम ने बताया कि वह जो चक्की में आटा पीस रही है उससे शहरवासियों को पौष्टिक आहार मिलेगा. इसके साथ ही चक्की चलाने से वह भी तंदुरुस्त रहेंगी.

ये भी पढ़ें :कब आएगी बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन, ट्रायल में ही लग सकते हैं 1 साल!

ABOUT THE AUTHOR

...view details