नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोविड-19 वैश्विक महामारी के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए गाजियाबाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. कोरोना वायरस के बचाव और इलाज के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा तमाम जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.
गाजियाबाद: अब तक कोरोना के 65% मरीज हुए ठीक
कोरोना पॉजिटिव मरीजों को जिले के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया गया. जिनमें से 307 लोग स्वस्थ होकर अस्पतालों से डिस्चार्ज हो चुके हैं या फिर यूं कहें किस जिले में 65% कोरोना मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं.
उनमें से सभी मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज किए गए या फिर यूं कहें कि इस अस्पताल में भर्ती होने वाले 100% मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं. ईएसआई अस्पताल राजेंद्र नगर में अब तक कुल 226 कोरोना पॉजिटिव मरीज भर्ती हुए जिनमें से 156 मरीज स्वस्थ होकर अस्पताल से अपने घरों को लौट चुके हैं.
संयुक्त चिकित्सालय संजय नगर कोविड-19 में कोरोना पॉज़िटिव 150 लोग भर्ती हुए, जिनमें से 83 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज किए गए. जबकि संतोष अस्पताल कोविड-19 अस्पताल में 21 कोरोना पॉजिटिव मरीज इलाज के लिए भर्ती हुए. जिनमें से 4 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं.
गाजियाबाद जिला प्रशासन का मानना है कि कोरोना के पॉजिटिव केसों में हुई बढ़ोतरी के पीछे मुख्य कारण गाजियाबाद के विभिन्न क्षेत्रों जैसे खोड़ा, लोनी, वैशाली और वसुंधरा दिल्ली की सीमाओं से सटे हैं और इन क्षेत्रों में रहने वाले अधिकांश लोग दिल्ली में रोजगार के लिए आवागमन करते हैं.
जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श कर एक नई नीति बनाई है. जिसके अंतर्गत जल्द ही जनपद में प्राइवेट कोविड-19 अस्पताल बनाने की संभावना है.
गाजियाबाद के कोरोना से अधिक प्रभावित क्षेत्रों में जिलाधिकारी ने सेक्टर स्कीम लागू की. सेक्टर स्कीम दिल्ली से सटे क्षेत्र खोड़ा, कॉलोनी, लोनी और वैशाली में लागू की गई. सेक्टर स्कीम लागू करने से इन क्षेत्रों में कोरोना वायरस के मामलों में भी कमी आई.