नई दिल्ली/फरीदाबाद: पर्यावरण को बचाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक लगा दी गई थी, लेकिन कोरोना महामारी और लॉकडाउन की वजह से एक बार फिर सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल बड़े स्तर पर किया जा रहा है.
लॉकडाउन में सिंगल यूज प्लास्टिक से बने सामानों का हो रहा इस्तेमाल लॉकडाउन में फंसे लोगों तक खाना पहुंचाने के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक से बने सामानों का जमकर प्रयोग किया जा रहा है. सामाजिक संस्थाओं और प्रशासन की ओर से जो फूड पैकेट लोगों तक पहुंचाए जा रहे हैं, वो सभी सिंगल यूज प्लास्टिक है. दरअसल इस वक्त लोगों तक खाना पहुंचाना ही सबसे बड़ी प्राथमिकता है और इस दौरान खाना पहुंचाने के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक के अलावा कोई और दूसरा विकल्प नहीं है.
केंद्र और राज्य सरकार ने लगा रखी रोक
केंद्र और राज्य सरकार की ओर से सिंगल प्लास्टिक के प्रयोग पर रोक लगाई गई है, लेकिन अब सरकारी दफ्तर हो या सामाजिक संस्थाएं सभी सिंगल प्लास्टिक का भरपूर प्रयोग कर रही हैं. सरकार की गाड़ियों में प्लास्टिक की पॉलिथीन में खाना पैक करके लोगों को वितरित किया जा रहा है. ये खाना फरीदाबाद के अलग-अलग हिस्सों में सरकारी गाड़ियों के द्वारा पहुंचाया जा रहा है.
क्या है सिंगल यूज प्लास्टिक ?
सिंगल यूज प्लास्टिक यानी एक ही बार इस्तेमाल के लायक प्लास्टिक. प्लास्टिक की थैलियां, प्याले, प्लेट, छोटी बोतलें, स्ट्रॉ और कुछ पाउच सिंगल यूज प्लास्टिक हैं. ये दोबारा इस्तेमाल के लायक नहीं होती हैं, इसलिए एक बार इस्तेमाल के बाद इनको फेंक दिया जाता है.
दरअसल आधी से ज्यादा इस तरह की प्लास्टिक पेट्रोलियम आधारित उत्पाद होते हैं. इनके उत्पादन पर खर्च बहुत कम आता है. यही वजह है कि रोजाना के बिजनस और कारोबारी इकाइयों में इसका इस्तेमाल खूब होता था. जिसकों देखते हुए केंद्र सरकार ने इस पर रोक लगाई है.