नई दिल्ली/फरीदाबाद: जिला रेडक्रॉस द्वारा वाईएमसीए यूनिवर्सिटी में आयोजित पुरस्कार का बंदरबांट होने पर परिवहन मंत्री के कार्यक्रम से जाते ही हंगामा हो गया. लोगों ने रेडकॉस अधिकारियों पर अपने परिचितों केा पुरस्कार बांटने का आरोप लगाया. अब इस मामले में रेडक्रॉस के अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है.
रविवार को वाईएमसीए के शकुंतलम सभागार में जिला रेडक्रॉस द्वारा कोरोना वॉरियर्स को पुरस्कार देने का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इसमें शहर की कई सामाजिक संस्थानों पर मीडियाकर्मियों को पुरस्कार देने के लिए बुलाया गया था. कार्यक्रम में परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा शामिल हुए थे.
ये भी पढ़ें- हरियाणा में कोरोना ने तोड़े इस साल के सभी रिकॉर्ड, रविवार को मिले सबसे ज्यादा 3440 नए मरीज
आरोप है कि प्रोग्राम के कोआर्डिनेटर विमल खंडेलवाल ने अपने परिचितों को मंत्री से सम्मान करा उन्हें विदा कर दिया. इससे अन्य लोग नाराज हो गए. मंत्री के जाते ही सामाजिक संगठनों व पत्रकारों ने हंगामा कर दिया. लोग इस बात से नाराज थे कि जिन्होंने कोरोना काल में कोई काम नहीं किया, सड़क पर कहीं दिखाई तक नहीं दिए उन्हें भी कोरोना वारियर बताकर पुरस्कार का बंदरबांट किया गया. जिन लोगों ने दो-दो बार प्लाजा डोनेट किया उन्हें पूछा तक नहीं गया. इस बारे में रेडक्रास सचिव विकास कालिया बात करने से बचते रहे.