नई दिल्ली/ नूंह:नागरिकता संशोधन एक्ट और एनआरसी को लेकर मुस्लिम समाज बेहद आक्रोशित है. नूंह जिला मुख्यालय पर इसी का विरोध करने के लिए लोगों ने नूंह शहर से गांधी ग्राम तक करीब सात किलोमीटर लंबा पैदल मार्च निकालकर बीजेपी सरकार पर विरोध जताया.
नागरिकता कानून के विरोध में उतरे लोग 18 दिसंबर को नूंह में बड़ा प्रदर्शन
नूंह में 18 दिसंबर को बड़ा विरोध प्रदर्शन होने जा रहा है. जिसके लिए समाजसेवियों, उलेमाओं और गांव के लोगों ने प्रयास तेज कर दिए हैं. लोगों का कहना है कि इस प्रदर्शन में जो भी लोग हिस्सा लेना चाहें ले सकते हैं.
देशभर में नागरिकता संशोधन एक्ट का विरोध
आपको बता दें कि इस एक्ट का देशभर में विरोध हो रहा है. खासकर एमयू, जामिया, डीयू, जेएनयू के छात्र एकजुट होकर सरकार का विरोध कर रहे हैं और ये विरोध धीरे-धीरे आंदोलन में तब्दील हो गया है. नूंह जिले की अगर बात करें तो , नगीना, पुन्हाना, फिरोजपुर झिरका सहित कई स्थानों पर नागरिकता संशोधन बिल का विरोध हो चुका है. इस विरोध प्रदर्शन में काली पट्टी बांधकर लोगों ने विरोध दर्ज कराते हुए नारेबाजी कर अधिकारियों को ज्ञापन सौंपें हैं.
मुस्लिम समाज को मिल रहा लोगों का साथ
बावजूद इसके सरकार अभी इस मसले पर पीछे हटती नजर नहीं आ रही है. लेकिन मुस्लिम समाज के लोगों का कहना है कि अगर कोई भी कदम कैब के लिए उठाना पड़ेगा तो वे पीछे नहीं हटेंगे. कुल मिलाकर कैब का सभी जगह विरोध हो रहा है. मुस्लिम समाज के लोगों को अब दूसरे समाज के लोगों का साथ भी मिलने लगा है. खासकर नूंह जिले में जिस तरह का माहौल आगामी 18 दिसंबर को होने वाले विरोध प्रदर्शन को लेकर बनाया जा रहा है. वह पुलिस-प्रशासन की चिंता बढ़ा सकता है. हालांकि विरोध प्रदर्शन पूरी तरह गांधीवादी तरीके से होने की बात कही जा रही है.