नई दिल्ली/पलवलः भारत सरकार की आयुष मंत्रालय के सौजन्य से राष्ट्रीय आयुष मिशन के अंर्तगत पलवल जिले में पोषण पखवाड़ा चलाया जा रहा है. इसी सिलसिले में आयुष विभाग पलवल की तरफ से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र औरंगाबाद में चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई और निःशुल्क दवाई वितरित की गई. इस मौके पर महिलाओं, बच्चों और किशोर और किशोरियों को पोषणयुक्त आहार लेने के बारे में जानकारी दी गई.
8 मार्च से 22 मार्च तक पोषण पखवाड़ा
सिविल सर्जन डॉ. ब्रह्मदीप सिंह ने बताया कि जिले में 8 मार्च से लेकर 22 मार्च तक पोषण पखवाड़ा चलाया जा रहा है. पोषण पखवाड़ा अभियान के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ मिलकर विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर रहा है. डॉक्टर किशोरों और किशोरियों को उचित आहार से संबंधित विस्तृत जानकारी दे रहे हैं.
किशोर-किशोरियों को दी गई जानकारी
डॉ. ब्रह्मदीप सिंह ने बताया कि किशोरावस्था जीवन का एक एक विकासशील पड़ाव होता है, जिसमें सही आहार की अत्यंत आवश्यकता होती है. उचित आहार न मिलने पर किशोर शारीरिक रूप से कमजोर हो जाते हैं और इस समय पर आई हुई कमजोरी को दूर करना कठिन हो जाता है. इसलिए किशोरों को अपने खाने में सभी प्रकार के पोषक तत्व जैसे दूध, घी, चना, अंकुरित दाले, फल, हरी सब्जियां एवं लोहे की कड़ाई में पकाया गया खाना खाना चाहिए और फास्ट फूड एवं जंक फूड से परहेज करना चाहिए. खाना को समय पर और अच्छी तरह चबाकर खाना चाहिए. किशोरियों को मासिक धर्म के दौरान विशेष रूप से खाने का ध्यान रखना चाहिए. इस दौरान उन्हें उचित आहार लेना चाहिए.
गर्भवती महिलाओं को दी गई जानकारी
आयुष विभाग के डॉ. प्रशांत ने बताया कि पोषण अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को जानकारी दी जा रही है कि उन्हें अच्छा भोजन करना चाहिए ताकि बीमारियों से बचाव किया जा सके. बच्चों को पोषण युक्त भोजन देना चाहिए ताकि उनका शारीरिक विकास हो सके.