नई दिल्ली/फरीदाबाद: दयालबाग पुलिस चौकी इंचार्ज एसआई राजेश कुमार और उनकी टीम ने देर रात पैदल गश्त के दौरान अवैध हथियार सहित एक आरोपी को काबू करने में बड़ी सफलता हासिल की है. एसीपी धारणा यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी की पहचान उमेश पुत्र प्यारेलाल दुर्गा विहार लक्कड़पुर फरीदाबाद के रूप में हुई है.
पुलिस को देखकर भागने लगे थे बदमाश
मामला कल रात्रि का है जब दयालबाग चौकी में तैनात मुख्य सिपाही नरेश, मुख्य सिपाही विक्रम, सिपाही अजय और सिपाही बंटी पैदल गश्त कर रहे थे. जब पुलिस पार्टी भरत विहार दिल्ली पहलादपुर श्मशान घाट के सामने पहुंचे तो सामने से एक मोटरसाइकिल और एक स्कूटी आ रही थी. मोटरसाइकिल और स्कूटी पर तैनात बदमाशों ने जैसे ही पुलिस पार्टी को देखा तो आनन-फानन में मोटर साइकिल और स्कूटी को यू टर्न कर भागने लगे.
पुलिस ने पीछा कर एक को पकड़ा
पुलिस पार्टी को शक हुआ तो बदमाशों की तरफ पकड़ने के लिए भागे, जिस पर पुलिसकर्मियों ने मोटरसाइकिल सवार आरोपी उमेश को दबोच लिया. वहीं स्कूटी पर सवार अन्य दो बदमाश थोड़ी दूर होने के कारण जब जल्दबाजी में स्कूटी को यू-टर्न कर रहे थे तो स्कूटी फिसल जाने पर स्कूटी को छोड़कर आरोपी फरार हो गए.
पूछताछ पर बदमाश उमेश ने पुलिस को बताया कि भागे हुए दो बदमाश का नाम विकास और मोहम्मद अलमीम उर्फ लेफ्टी है जो कि दोनों दिल्ली के संगम विहार के रहने वाले हैं. आरोपी उमेश बलात्कार और जान से मारने के प्रयास के केस में दिल्ली की तिहाड़ जेल में रह चुका है.
पकड़े गए आरोपी का भाई है तिहाड़ में बंद
पुलिस ने मौके से आरोपी उमेश ने बताया कि उसका भाई मर्डर के मुकदमे में 14 साल से तिहाड़ जेल में बंद है. गैंगवार के चलते जेल में बंद भाई ने मेरी सुरक्षा के लिए दो लड़कों इंतजाम किया था. पुलिस ने उमेश के कब्जे से एक देसी कट्टा और दो जिंदा कारतूस और स्कूटी छोड़कर फरार बदमाशों की स्कूटी की डिग्गी से एक पिस्टल और पांच जिंदा कारतूस बरामद किए हैं.
आरोपियों के खिलाफ थाना सूरजकुंड में आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. दयालबाग पुलिस चौकी टीम फरार बदमाश विकास और मोहम्मद अलमीम उर्फ लेफ्टी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. उनको भी जल्द गिरफ्तार कर हथियारों के संबंध में पूछताछ की जाएगी.