नई दिल्ली/फरीदाबाद: सरकार के लाख दावों के बावजूद प्रवासी मजदूरों के पलायन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. चाहे दिन हो या रात, प्रवासी मजदूर सड़कों पर ही है. प्रशासन ना तो उन्हें खाना उपलब्ध करा रहा है और ना ही उनके जाने का कोई प्रबंध कर रहा है. जिसके चलते प्रवासी मजदूर पैदल ही अपने घर जाने को मजबूर हैं.
पलायन कर रहे प्रवासी मजदूर फरीदाबाद के नेशनल हाइवे 19 पर रात में मजदूर अपने घरों की तरफ बढ़ रहे हैं. मजदूरों ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से उन्हें कोई साधन नहीं मिल रहा है. जिसके चलते वो पैदल ही घर जा रहे हैं.
'सरकार के दावे सिर्फ हवा-हवाई हैं'
प्रवासी मजदूरों ने बताया कि उन्हें यूपी के महोबा जाना है. जिसकी दूरी यहां से सात सौ किलोमीटर है. उन्होंने बताया कि दिन के समय पुलिस सड़कों पर उन्हें चलने नहीं देती. जिसके चलते वो रात में सफर कर रहे हैं.
प्रशासन द्वारा किए जा रहे इंतजामों पर मजदूरों ने कहा कि सरकार के दावे सिर्फ हवा-हवाई हैं. उन तक कोई भी सुविधा नहीं पहुंची है. इसलिए वे सड़कों पर हैं. मजदूरों ने कहा कि इस लॉकडाउन की वजह से ना तो उन्हें कोई काम मिल रहा है और ना हीं घर जाने के लिए कोई साधन. जिसके चलते वो पैदल घर जाने को मजबूर हैं.
प्रवासी मजदूरों ने कहा कि इस लॉकडाउन में पैसे वालों को कोई परेशानी नहीं है. लेकिन एक मजदूर जो प्रतिदिन कमाकर अपने परिवार का पेट पालता है. उसके पास खाने के लिए भी पैसे नहीं हैं. इसलिए वो अपने घर जाना चाहते हैं. मजदूरों ने बताया कि प्रशासन उनके लिए जो भोजन मुहैया करा रहा है. वह उनके लिए पर्याप्त नहीं है. जिसके चलते उनका परिवार को भूखा रहना पड़ रहा है.