नई दिल्ली/पलवल: उपायुक्त नरेश नरवाल की अध्यक्षता में मिशन इंद्रधनुष 2.0 के लिए बैठक की गई. इस बैठक में डिस्ट्रिक्ट टास्क फोर्स ने राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस के संदर्भ में विभिन्न विभागों के साथ कई विषयों पर चर्चा हुई. मिशन इंद्रधनुष के तीसरे चरण में जिले में लगभग 3393 बच्चें हैं, जिनका मिशन इन्द्रधनुष के अंतर्गत टीकाकरण किया जाना है.
कृमिमुक्ति को लेकर बड़ी पहल
उपायुक्त ने सभी संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करना सभी संबंधित विभागों की जिम्मेदारी है. उपायुक्त ने निर्देश दिया कि 10 फरवरी को राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस पर बच्चों के पेट को कृमि रहित करने के लिए हर सम्भव प्रयास किए. उन्होंने कहा कि सरकार एवं गैर सरकारी शिक्षण संस्थाओं और आंगनवाड़ी में 1 वर्ष से 19 वर्ष आयु वर्ग का कोई भी छात्र पेट के कीड़े मारने की गोली से वंचित न रहे.
कोरोना वायरस को लेकर हुई बैठक
उपायुक्त ने कोरोना वायरस के संबंध में सभी अधिकारियों को सूचित किया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक एडवाइजरी भी जारी की गई है. उपायुक्त ने कहा कि आयुष्मान भारत स्कीम के अतंर्गत ज्यादा से ज्यादा कार्ड बनावाएं जाए. उन्होंने कहा कि ये सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है जिसमें गरीबी उन्मूलन का सबसे बड़ा मकसद है.
3 फरवरी से शुरू होगा सघन मिशन इंद्रधनुष
सिविल सर्जन डॉ. प्रदीप शर्मा ने इस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि इस मिशन का मुख्य उद्देश्य फरवरी माह में 3 फरवरी से शुरू होने वाले सघन मिशन इंद्रधनुष को सफलतापूर्वक चलाना है. सिविल सर्जन ने बताया कि मिशन इंद्रधनुष अभिायान अंतर्गत नवजात शिशु से 2 साल तक के सभी बच्चों का पूर्ण टीकाकरण किया जाना है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ. संजीव ने सभी को पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से मिशन इंद्रधनुष के बारे में विस्तार से जानकारी दी. सिविल सर्जन डॉ. प्रदीप ने बताया कि 10 फरवरी को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाएगा. सभी छात्रों को 17 फरवरी को पेट के कीड़े मारने की गोली खिलाई जाएगी.
भारत में दो अलग-अलग दिन मनाया जाता है कृमिमुक्ति दिवस
बता दें कि कृमि रोग से बचाव के लिए भारत सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष 2 बार 10 फरवरी और 10 अगस्त को राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस मनाया जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार भारत में एक से चौदह वर्ष की आयु वर्ग के 241 मिलियन बच्चे ‘परजीवी आंत्र कृमि’ के ज़ोखिम से पीड़ित है.