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पलवल: पराली न जलाने के बाद भी प्रशासन ने भेजा नोटिस, किसानों में मचा हड़कंप

पलवल के होडल में सैकड़ों की संख्या में किसान उपमंडल अधिकारी के पास पहुंचे. इन किसानों का आरोप है कि उन्होंने पराली नहीं जलाई. इसके बावजूद प्रशासन ने उनको नोटिस भेज दिया है.

hodal administration sent notice to farmers even after not burning stubble
पराली न जलाने के बाद भी प्रशासन ने भेजा नोटिस

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Published : Oct 22, 2020, 10:38 PM IST

नई दिल्ली/पलवल: होडल क्षेत्र के सैकड़ों किसानों के पास उपमंडल अधिकारी ने पराली जलाने के नोटिस भेजे हैं. इसी को लेकर गुरुवार को सैकड़ों किसान उपमंडल अधिकारी संदीप अग्रवाल के सामने पेश हुए.

पराली न जलाने के बाद भी प्रशासन ने भेजा नोटिस

किसानों ने कहा कि उनको अधिकारी परेशान करने में लगे हुए हैं. किसानों ने कहा कि उन्होंने कोई पराली नहीं जलाई है. इसी को लेकर उन्होंने आज उपमंडल अधिकारी से मुलाकात की है और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा सौंपा है, ताकि उनको न्याय मिल सकें. अधिकारी संदीप अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने ये नोटिस पहले किसानों द्वारा जलाई गई पराली को लेकर दिया था कि वो अब की बार भी ना जलाए.

हैरानी की बात है कि जिन किसानों ने पराली ही नहीं जलाई उसके बाद भी एसडीएम द्वारा नोटिस भेजे जा रहे हैं. होडल के उप मंडल अधिकारी संदीप अग्रवाल ने 180 किसानों के पास पराली जलाने के नोटिस जारी किए थे. इसको लेकर किसानों में हड़कंप मच गया और किसान एकत्रित होकर उप मंडल अधिकारी संदीप अग्रवाल से मिले.

किसानों ने कहा कि उन्होंने अभी तक कोई पराली नहीं जलाई है और उनकी फसल अभी खेतों में खड़ी हुई है. लेकिन उसके बाद भी उनके पास पराली जलाने के नोटिस भेजे गए हैं. किसानों ने कहा कि वह नोटिस को लेकर भारी परेशान हो गए हैं. क्योंकि उनको कोर्ट से जमानत भी करानी पड़ेगी जिसमें उनका पैसा भी खर्च होग.

जबकि उन्होंने पराली जलाने का कोई भी काम नहीं किया है और उसके बाद भी अधिकारी उनको हरासमेंट कर रहे हैं. किसानों ने कहा कि उन्होंने कोई ऐसा काम नहीं किया है. उन्होंने कोई कानून का उल्लंघन नहीं किया है लेकिन उसके बाद भी उनके पास नोटिस भेजे जा रहे हैं. वहीं इस बारे में जब उप मंडल अधिकारी संदीप अग्रवाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जिन किसानों ने पिछले वर्षों में पराली जलाई थी उन्हीं किसानों को यह नोटिस भेजे गए हैं, ताकि अबकी बार ये किसान पराली नहीं जलाएं.

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