नई दिल्ली/फरीदाबाद:हरियाणा का बंचारी नगाड़ा नृत्य देश ही विदेशों में भी काफी मशहूर है. बंचारी नगाड़ा कलाकार अपने मनमोहक नृत्य से लोगों का दिल जीत लेते हैं. अब ये कलाकार फरीदाबाद के सूरजकुंड मेले में लोगों का दिल जीत रहे हैं. 34वें सूरजकुंड मेले में हरियाणा का बंचारी नगाड़ा नृत्य लोगों का काफी पसंद आ रहा है.
सूरजकुंड मेला: हरियाणा का बंचारी नगाड़ा नृत्य बना आकर्षण का केंद्र
अरावली की हसीन वादियों में सजा हुआ 34वां अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला अब अपने रंग बिखेरने के लिए पूरी तरह से तैयार हो चुका है और पहले वीकेंड पर लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली. मेले में हरियाणा का बंचारी नगड़ा नृत्य लोगों का काफी पसंद आ रहा है.
बंचारी नगाड़ा कलाकारों ने बताया कि उनकी ये कला उनके पुरखों के समय से चली आ रही है और देश विदेश में उनके नगाड़े की बहुत मांग है. उनका कहना था कि मेले के दौरान पूरे दिन उनकी परफॉर्मेंस चलती रहती है. थकावट होने के बावजूद दर्शकों के जोश और उत्साह को देखकर उनकी सारी थकान दूर हो जाती है. कलाकारों ने बताया कि फागुन के महीने में, होली के त्योहार पर बंचारी के नगाड़े का विशेष महत्त्वव होता है और इसका इतिहास भगवान श्री कृष्ण की लीला से जुड़ा हुआ है. वो पूरे फागुन अपने नृत्य का अभ्यास करते हैं.
39 देश ले रहे मेले में हिस्सा
इस बार सूरजकुंड मेले में 39 देश हिस्सा ले रहे हैं और लगभग 3000 दुकानें बनाई गई हैं. इस साल हिमाचल प्रदेश को थीम राज्य बनाया गया है. ऐसे में सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में दर्शकों को हिमाचल प्रदेश की हस्तकला, संस्कृति और बेजोड़ शिल्पकला देखने को मिल रही है. सूरजकुंड मेला के थीम राज्य हिमाचल प्रदेश होने के कारण मेले में रंगीन हिमाचली टोपी, शॉल भी देश-विदेश के पर्यटकों का ध्यान खींच रहे हैं.