नई दिल्ली:दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की कार्यकारिणी चुनाव में शिरोमणि अकाली दल के हरमीत सिंह कालका को अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने सबसे पहली प्रेस वार्ता की. उन्होंने चुनाव के रिजल्ट में आई देरी और अपने द्वारा भविष्य में किए जाने वालों कामो की चर्चा की. हालांकि प्रेसिडेंट पद के लिए हरमीत सिंह कालका और परमजीत सिंह सरना उम्मीदवार थे. साथ ही चेयरमैन पद की इस प्रक्रिया को पूरा कराने के लिए गुरुदेव सिंह कार्यवाहक चेयरमैन चुना गया था.
दरअसल, नियम के तहत चेयरमैन पद के लिए चुनाव संपन्न कराने के लिए एक सदस्य को कार्यवाहक चेयरमैन चुना जाता है, जिसकी निगरानी में चेयरमैन (प्रधान) पद के लिए चुनाव प्रक्रिया होती है. दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष बनने के बाद हरमीत सिंह कालका ने ईटीवी से खास बातचीत की.
रुके हुए कामों को आगे बढ़ाएंगे : कालका
उन्होंने कहा कि कल जो कुछ भी हुआ वह बहुत ही दुर्भाग्यपूण था. इसके लिए हमने प्रबंधक होने के नाते पश्चाताप के रूप में 25 जनवरी को सुबह 11 बजे गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब रखवाने का फैसला किया है. वह संगत से भी अपील करते हैं कि बढ़-चढ़कर इस मौके पर हाज़री लगवायें. उन्होंने आगे कहा कि जो विपक्षी दलों ने कल किया, उसने 50 वर्षों का इतिहास कलंकित कर दिया है.
प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका और महासचिव स. जगदीप सिंह ने बताया कि कल विपक्षी दल ने चुनाव प्रक्रिया को रोकने की पुरज़ोर कोशिश की. पोलिंग बूथ और बैलट पेपर सहित पूरे सामान पर कब्ज़ा कर लिया. श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की हजूरी में हुड़दंगबाजी कर मर्यादा भंग की, जिसके चलते समूची कौम शर्मसार हुई है. उन्होंने बताया कि हमनें ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी को आज ही चिट्ठी लिख कर अपील की है कि पूरी चुनाव प्रक्रिया की वीडियो मंगवा कर जांच की जाये.
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कालका ने कहा कि सरना बंधुओं और मनजीत सिंह के बीच हुए नापाक गठबंधन को संगत ने पहले आम चुनावों में हराया था और फिर सदस्यों ने भी उनका कोई साथ नहीं दिया. इससे बौखला कर वह पहले से ही चुनावों में रुकावट डालने की मंशा बनाकर आये थे. जैसा कि वह पहले भी अदालतों के माध्यम से चुनाव लटकाने की कोशिश करते रहे हैं.
उन्होंने बताया कि हमारे वरिष्ठ सदस्य सुखबीर सिंह कालरा ने ऐनक नहीं लगाई थी, तो उन्होंने प्रोटेम चेयरमैन सरदार गुरदेव सिंह से पूछ लिया कि कहां अपनी वोट डालनी है, जिसके बाद सरना बंधुओं ने हुड़दंगबाजी शुरू कर दी. शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी द्वारा भी मामला हल करने के लिए दिये गये सुझाव उन्होंने नहीं माने. 10 घंटे तक वोटिंग रुकी रही. इसके बाद पुलिस ने भी उन्हें मनाने की कोशिश की पर वह नहीं माने. सरना बंधुओं ने एडवोकेट धामी के खिलाफ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल भी किया.
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हरमीत कालका ने बताया कि पहले किए एलान के मुताबिक, दिल्ली कमेटी के सभी गुरु हरिकृष्ण पब्लिक स्कूलों में एक अप्रैल 2022 से स्मार्ट कक्षाएं शुरू होंगी. बाला साहिब अस्पताल के बारे में उन्होंने कहा कि यह बड़ा प्रोजेक्ट है, जिसे क्रमवार शुरू किया जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि कमेटी का कामकाज पूरी पारदर्शिता के साथ चलाया जाएगा और कार्यकारिणी के फैसलों से संगत को मीडिया के माध्यम से परिचित भी करवाया जाएगा.
इस मौके पर कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सरदार हरविंदर सिंह, के.पी उपाध्यक्ष आत्मा सिंह लुबाणा, संयुक्त सचिव जसमेन सिंह नोनी और कार्यकारिणी सदस्यों में सरवजीत सिंह विरक, अमरजीत सिंह फतिह नगर, गुरमीत सिंह भाटिया, बीबी रणजीत कौर, विक्रम सिंह रोहिणी, भुपिंदर सिंह भुल्लर, अमरजीत सिंह पिंकी, बलबीर सिंह, सुरजीत सिंह जीती व जसबीर सिंह जस्सी के अलावा अन्य सदस्य भी मौजूद रहे.