नई दिल्ली/पलवल:दीघौट गांव का राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अब शहीद फ्लाइट लेफ्टीनेंट आशीष तंवर राजकीय विद्यालय के नाम से जाना जाएगा. शहीद आशीष तंवर को श्रद्धांजलि देने और उनकी याद में स्कूल का नाम बदला गया है.
शहीद आशीष तंवर के नाम से जाना जाएगा दीघौट स्कूल ग्राम पंचायत ने शहीद के सम्मान में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का नाम बदलकर शहीद फ्लाइट लेफ्टीनेंट आशीष तंवर रखने के लिए प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजा था. सरकार से मंजूरी मिलने के बाद स्कूल का नाम बदलकर शहीद फ्लाइट लेफ्टीनेंट आशीष तंवर राजकीय विद्यालय रखा गया है.
बता दें कि शहीद आशीष तंवर वायु सेना में फ्लाइट लेफ्टीनेट के पद पर कार्यरत थे, जिनका 2 जून 2019 को अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले में भारतीय वायु सेना के एएन-32 विमान दुर्घटना में निधन हो गया था.
इंडियन एयरफोर्स के एएन-32 विमान ने असम के जोरहाट से अरुणाचल के मेंचुका के लिए 3 जून को उड़ान भरी थी, जिसका करीब आधे घंटे बाद ही संपर्क टूट गया था. आशीष तंवर सहित 13 जवान उस विमान में सवार थे. 13 जून को सर्च अभियान दल ने विमान तक पहुंचकर सभी 13 जवानों की मौत की पुष्टि की थी.
कौन थे शहीद आशीष तंवर?
पलवल के गांव दीघोट निवासी आशीष तंवर ने कंप्यूटर साइंस से बीटेक करने के बाद दिसंबर 2013 में वायु सेना ज्वॉइन की थी. साल 2015 के मई में कमिश्न मिलने के बाद वो पायलट पद पर तैनात हुए थे. आशीष तंवर अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे और शुरू से ही मेधावी और होनहार था.
सेंट्रल स्कूल मेरठ से 12वीं पास करने के बाद कानपुर से कंप्यूटर साइंस में बीटेक की डिग्री लेने के बाद वायुसेना ज्वॉइन की थी और घर वालों की सहमति से 8 फरवरी 2018 को आशीष ने मथुरा की रहने वाली अपनी जूनियर संध्या से शादी की थी.