नई दिल्ली/फरीदाबाद:जिले के मवई गांव में नगर निगम द्वारा संचालित गौशाला दयनीय हालत में है. इस गौशाला के जिस हिस्से में गायों को रखा गया है, वह जमीन पूरी तरह से दलदली है. यहां रह रही गायें दलदल और कीचड़ में रह रही हैं.
गौशाला यहां बन सकती है 'मौतशाला', दावे हो रहे हैं फेल
एक तरफ सरकार जहां गाय की सुरक्षा की कसमें खा रही हैं. वहीं तमाम दल और संगठन भी गौ-रक्षा के दावे कर रहे हैं, लेकिन फरीदाबाद की गौशाला की हालत दयनीय बनी हुई है. यहां गायें दलदल में रहने को मजबूर हैं.
दलदल और कीचड़ में रहने को मजबूर गायें
गायों की दयनीय स्थिति को देखते हुए चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट मोना सिंह ने गौशाला का दौरा किया. साथ ही चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट मोना सिंह ने नगर निगम अधिकारियों को जल्द हालात सुधारने के आदेश दिए.
मौजूदा समय में गौशाला में गाय रखने की क्षमता 1250 है, जबकि इस गौशाला में इस समय करीब 1850 गाय हैं. गौशाला के प्रधान ने बताया कि गौशाला के लिए नगर निगम भरपूर बजट नहीं दे रहा है. करीब 6 महीने से नगर निगम ने गौशाला को अनुदान राशि भी नहीं दी है.