नई दिल्ली/पलवल:एक ओर जहां कोरोना के गंभीर खतरे से निपटने के लिए हरियाणा सरकार ऐड़ी-चोटी जोर लगा रही है. वहीं बीजेपी के जिम्मेवार पदाधिकारी इसको लेकर कितनी बड़ी लापरवाही बरत रहे हैं. इसका एक उदाहरण पलवल में देखने को मिला.
पलवल के बीजेपी जिला अध्यक्ष ने उड़ाया कोरोना को लेकर सरकार की गाइडलाइंस का मजाक दरअसल पलवल के विश्राम गृह में रविवार को बीजेपी के नवनियुक्त जिला अध्यक्ष चरण सिंह तेवतिया ने एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया. प्रेसवार्ता में जब उनसे कोरोना जांच कराने की बात पूछी गई. तो उन्होंने हैरान करने वाला जवाब दिया. उन्होंने कहा कि उनके साभी साथियों ने तो कोरोना जांच करवा ली है. सिर्फ वो हीं ये जांच नहीं कराए हैं. हालांकि अपने साथ बैठे साथियों के हस्तक्षेप के बाद उन्होंने संभलते हुए कहा कि कृष्णपाल गुर्जर की कोरोना रिपोर्ट आने के दो-तीन दिन पहले वो उनसे मिले थे.
बता दें कि केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से मात्र दो दिन पहले चरण सिंह तेवतिया कृष्णपाल गुर्जर से मिले थे. कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद गुर्जर ने ट्वीट कर कहा था कि उनके संपर्क में आए सभी लोग आईसोलेट हो जाएं और अपनी कोरोना जांच कराएं.
एक जिम्मेवार पद पर बैठे जिलाध्यक्ष द्वारा कोरोना को गंभीरता से न लेना एक बड़ा सवाल खड़ा करता है. जबकि स्वयं कृषणपाल गुर्जर ने 27 अगस्त को ही ये ट्वीट किया. ऐसे में जिलाध्यक्ष का आमजन में जाना और प्रेसवार्ता का आयोजन करना आखिर कहां तक न्यायसंगत है. अगर इस तरह से जिम्मेदार पद पर बैठे लोगों द्वारा ही कोरोना बीमारी का माखौल बनाया जा रहा है. तो सरकार आम जनता से क्यों अपेक्षा रख रही है?