नई दिल्ली/फरीदाबाद: सेक्टर 12 स्थित लघु सचिवालय पर आशा वर्कर्स ने अपनी लंबित पड़ी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. प्रदेशभर में पिछले 19 दिनों से आशा वर्कर्स का धरना प्रदर्शन जारी है. आशा वर्कर की मांग है कि उनको स्थायी कर्मचारी नियुक्त किया जाए और 50 प्रतिशत जो उनके इंसेंटिव में कटौती की जा रही है उसको लागू किया जाए.
फरीदाबाद में आशा वर्कर्स ने दी सरकार को आंदोलन की चेतावनी
फरीदाबाद में आशा वर्कर्स ने अपनी लंबित मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. आशा वर्कर्स का कहना है कि अगर जल्द उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वो बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगी.
आशा वर्कर्स की मांग है कि कोविड-19 के दौरान उनको सरकार के द्वारा बेहद कम भत्ता दिया जा रहा है जबकि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को उनसे ज्यादा भत्ता दिया जा रहा है जो कि उनके साथ सरासर भेदभाव है. उनका कहना है कि वो स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों से कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं.
आशा वर्कर्स का कहना है कि वो सरकार के तमाम मंत्रियों को ज्ञापन सौंप चुकी हैं लेकिन आज तक भी आशा वर्कर की मांगों को कोई ध्यान नहीं दिया गया. उनका कहना है कि वो विधानसभा के घेराव को लेकर तैयार हैं. अगर आशा वर्कर की मांगे नहीं मानी गई तो आगे आने वाले समय में वो बड़ा आंदोलन करेंगी.