नई दिल्ली/फरीदाबाद: जे.सी. बोस वाईएमसीए विश्वविद्यालय में 8वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (आईएसएफटी 2020) आयोजित किया जा रहा है. ये सम्मेलन 6 जनवरी से 10 जनवरी तक आयोजित किया जायेगा. सम्मेलन में देश और विदेशों से लगभग 400 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे. जिनमें अमेरिका, साउथ कोरिया, फ्रांस, थाईलैंड, इटली, जर्मनी सहित कई देशों से लगभग 50 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे.
आईएसएफटी 2020 का आगाज, 400 प्रतिभागी ले रहे हिस्सा कई देशों के 50 प्रतिभागी लेंगे हिस्सा
जे.सी. बोस वाईएमसीए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने बताया कि पहली बार वाईएमसीए विश्वविद्यालय में बड़े स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. आईएसएफटी-2020 के उद्घाटन सत्र में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पूर्व चेयरमैन डॉ. वेद प्रकाश मुख्य अतिथि होंगे. इसके अलावा, एआईसीटीई के वाइस चेयरमैन डॉ. एम.पी. पुनिया, एनआईटी हमीरपुर के निदेशक डॉ. राकेश सहगल और डेकेन इंडिया के प्रबंध निदेशक और सीईओ कंवलजीत जावा सम्मानित अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे.
ये सम्मेलन अकादमिक और शोध संस्थानों, औद्योगिक विशेषज्ञों, प्रबंधकों, इंजीनियरों के लिए मंच उपलब्ध करवायेगा. साथ ही विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में मौजूदा चुनौतियों के लिए समाधान प्रदान करेगा.
सम्मेलन में होंगे कुल 17 सत्र
सम्मेलन के दौरान कुल 17 सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिसमें 11 तकनीकी सत्र, चार प्लेनरी (परिपूर्ण) सत्र और दो पोस्टर प्रस्तुति सत्र शामिल हैं. सभी तकनीकी सत्रों में लगभग 400 शोधकर्ताओें के 200 से ज्यादा शोध पत्र रखे जाएंगे, जिसमें भारत, अमेरिका, साउथ कोरिया, फ्रांस, थाईलैंड, इटली, जर्मनी, ईरान, नाइजीरिया, साउदी अरब और म्यांमार शामिल हैं.
कई विषयों पर सम्मेलन में होगी चर्चा
सम्मेलन में तकनीकी सत्रों के दौरान जिन विषयों पर चर्चा होगी, उनमें ऊर्जा और ताप प्रणाली में उन्नति, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के डिजाइन और विश्लेषण, सिविल और एनवायरमेंट इंजीनियरिंग, प्रोड्क्शन और इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग शामिल हैं.