नई दिल्ली:जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में शैक्षणिक सत्र 2020-21 में दाखिले के लिए रिकॉर्ड तोड़ आवेदन प्राप्त हुए हैं. इसको लेकर जेएनयू के कुलपति प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने कहा कि पिछले साल आए आवेदन के मुकाबले इस बार आवेदन की संख्या में 22 फीसदी का इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा कि इससे साफ होता है कि आज भी JNU अध्ययन के लिए छात्रों की पहली पसंद है.
'मास्टर पाठ्यक्रम में आए सबसे अधिक आवेदन' साथ ही उन्होंने कहा कि प्रवेश परीक्षा आधारित पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए आवेदन की संख्या बढ़ने से साफ होता है कि छात्र कंप्यूटर आधारित प्रवेश परीक्षा को अपना रहे हैं. बता दें कि यह लगातार दूसरी बार है, जब नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा कंप्यूटराइज एंट्रेंस टेस्ट आयोजित किया जाएगा.
'आवेदन में हुआ 22 फीसदी का इजाफा'
JNU के कुलपति प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने कहा कि इस बार जेएनयू प्रवेश परीक्षा के 1,35,462 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जो कि बीते साल के मुकाबले 22 फीसदी ज्यादा हैं. उन्होंने कहा कि ये आवेदन भारत के अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आए हैं.
'मास्टर पाठ्यक्रम में आए सबसे अधिक आवेदन'
JNU प्रशासन का कहना है कि इस बार सबसे ज्यादा आवेदन मास्टर प्रोग्राम के लिए आए हैं. इसी तरह PHD और उसके बाद स्नातक के लिए भी बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हुए हैं. जेएनयू के आंकड़ों की मानें तो छात्रों का सबसे ज्यादा रुझान पॉलिटिकल साइंस MA, MSc. इन लाइफसाइंस, मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन, MA ज्योग्राफी और MA फिजिक्स में रहा है. वहीं पहली बार JNU आयुर्वेद बायोलॉजी के लिए BSc और MSc. इंटीग्रेटेड प्रोग्राम शुरू कर रहा है. इसके लिए भी बड़ी संख्या में छात्रों के आवेदन प्राप्त हुए हैं.
'देश के 121 शहरों में प्रवेश होगी परीक्षा'
प्रो. कुमार ने कहा कि यह लगातार दूसरी बार है जब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय 121 शहरों में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगा. साथ ही कहा कि भारत के साथ-साथ विदेशी छात्रों के भी बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हुए हैं. इससे साफ होता है कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय का वर्चस्व केवल भारत में ही नहीं बल्कि अन्य देशों में भी बना हुआ है.
कुलपति प्रो. एम. जगदीश कुमार का कहना है कि कोविड-19 महामारी को देखते हुए सभी राष्ट्रीय स्तर परीक्षाओं के साथ ही JNU प्रवेश परीक्षा को भी फिलहाल टाल दिया गया है. उन्होंने कहा कि छात्र हित को देखते हुए परीक्षा उसी समय आयोजित की जाएगी जब सभी के लिए परीक्षा देना सुलभ और सुरक्षित हो. साथ ही उन्होंने बड़ी संख्या में आए आवेदनों पर प्रसन्नता जाहिर की है.
उन्होंने छात्रों को आगामी सत्र के लिए शुभकामनाएं दी हैं और कहा कि जेएनयू प्रशासन को अपने छात्रों का बेसब्री से इंतजार है. साथ ही उन्होंने छात्र को हिदायत दी है कि कोविड-19 संक्रमण से खुद को सुरक्षित रखें और सरकार द्वारा जारी सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें.