नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के सिंह सभा गुरुद्वारों के प्रबंध में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के जरिए की जा रही दखलअंदाजी को जागो पार्टी ने अनावश्यक बताते हुए इसकी निंदा की है. जागो पार्टी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने बुधवार को पार्टी ऑफिस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए गुरुद्वारा सिंह सभा, डी ब्लॉक, टैगोर गार्डन में कमेटी अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा के समर्थकों के जरिए की गई कथित बदमाशी को गुरुद्वारा साहिब पर कब्जा करने के तौर पर परिभाषित किया. जीके ने कहा कि गोलकों पर कब्जा करने की बादलों की नीति ने अब सिंह सभा गुरुद्वारों पर कब्जा करने की ओर कदम बढ़ा लिए हैं. ये गंदी राजनीति हो रही है.
'कमेटी को प्रबंध सौंपने का तुगलकी फरमान सुनाया'
दरअसल, उक्त गुरुद्वारा साहिब के अध्यक्ष को संगतों ने 2016 में चार वर्षों के लिए वोटो द्वारा चुना था. चुनी हुई कमेटी का कार्यकाल 26 जून 2020 तक था. हालांकि कोविड के चलते 50 से अधिक लोगों के एकत्र होने पर सरकार ने रोक लगाई हुई है. इसके चलते उक्त कमेटी ने एसडीएम राजौरी गार्डन को चुनाव करवाने संबंधी मंजूरी देने के लिए 6 जून 2020 को पत्र लिखा था. गुरुद्वारा सिंह सभा सोसायटी के चुनाव संबंधी रिकार्ड दर्ज करने और प्रोग्राम करने की मंजूरी देने की जिम्मेदारी स्थानीय एसडीएम की होती है और इस बाबत एसडीएम ने अभी तक फैसला नहीं लिया है. आरोप है कि सिरसा ने दिल्ली कमेटी के जरिए एक पत्र भेजकर कमेटी सदस्य मनजीत सिंह औलख के नेतृत्व वाली पांच सदस्यीय कमेटी को प्रबंध सौंपने का तुगलकी फरमान सुना दिया.