हैदराबाद:अपने क्रेडिट स्कोर पर लगातार काम करते रहना जरूरी है. क्रेडिट रिपोर्ट की नियमित जांच भी करें क्योंकि आपका स्कोर इसी रिपोर्ट पर आधारित होता है. आपकी क्रेडिट रिपोर्ट तब तैयार होती है जब आपकी लोन कंपनी, क्रेडिट ब्यूरो को सारी जरूरी जानकारी भेजती है. आम तौर पर इसमें 45 दिन तक का समय लगता है, इसलिए बंद किया गया लोन, आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में तुरंत दिखाई नहीं भी दे सकता है.
ऐसा भी हो सकता है कि आपकी लोन कंपनी ने किसी हालिया लोन के फुल रीपेमेंट के बारे में क्रेडिट ब्यूरो को सूचित न किया हो या लोन कंपनी ने इस तरह की जानकारी देने में कोई गलती कर दी हो. इससे आपके क्रेडिट स्कोर में गिरावट आ सकती है और आपको एक होम लोन या एक कार लोन देने से इनकार भी किया जा सकता है जिसकी आपको सख्त जरूरत हो. आप किसी भी क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो जैसे क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो ऑफ इंडिया लिमिटेड (CIBIL) और एक्सपेरियन से अपनी क्रेडिट रिपोर्ट प्राप्त कर सकते हैं.
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गलत पर्सनल या ऑनरशिप डिटेल्स:आपकी क्रेडिट रिपोर्ट के जिस फील्ड में आपकी व्यक्तिगत जानकारी होती है उसे देखकर इस बात की जांच करें कि आपके नाम की स्पेलिंग, जन्म की तारीख, और पता सही-सही लिखा गया है या नहीं. याद रखें, आपका पैन कार्ड, आपकी सभी क्रेडिट संबंधी जानकारी को आपके अकाउंट से जोड़ता है, इसलिए यह देखना बहुत जरूरी है कि इसका उल्लेख सही-सही किया गया हो ताकि ऐसी कोई गलती न हो जहां किसी अन्य व्यक्ति की क्रेडिट संबंधी जानकारी, आपकी रिपोर्ट में दिखाई दे रही हो.
गलत अकाउंट डिटेल्स:सुनिश्चित करें कि आपकी रिपोर्ट में सूचीबद्ध सभी क्रेडिट अकाउंट्स को आपके नाम के तहत लागू किया गया हो और देखकर सुनिश्चित करें कि उसमें कहीं कोई एक्स्ट्रा एंट्री न हुई हो जो आपसे जुड़ी ही न हो. इसके अलावा, यह भी सुनिश्चित करें कि आपके नाम से दो या दो से अधिक क्रेडिट अकाउंट्स सूचीबद्ध न किए गए हो. अमाउंट ओवरड्यू, लेट EMI पेमेंट या क्रेडिट कार्ड बिल पेमेंट का प्रतिनिधित्व करता है. यदि आप समय पर अपने ड्यू अमाउंट का पेमेंट करते रहे हैं तो सुनिश्चित करें कि इस फील्ड में लेट पेमेंट का कोई जिक्र न हो क्योंकि लेट पेमेंट के कारण आपका क्रेडिट स्कोर काफी नीचे गिर सकता है.