नई दिल्ली :देश की सबसे बड़ी बोतलबंद पानी कंपनी बिसलेरी बीते कुछ दिनों से लगातार सुर्खियों में बनी हुई है. चर्चा का विषय इसके अगले उत्तराधिकारी का है. कुछ दिन पहले खबर आ रही थी कि उत्तराधिकारी के अभाव में Bisleri के मालिक रमेश चौहान इसे बेचना चाह रहे है. टाटा ग्रुप सर्विस के साथ डील की बात भी होने लगी. तभी ये भी खबर आई कि Ramesh Chauhan की बेटी जयंती चौहानकंपनी की कमान संभालेगी. फिर बिसलेरी की बीकने की खबरों पर रोक लग गई. लेकिन मंगलवार को खबर आई कि Jayanti Chauhan बिसलेरी की बिजनेस में कोई दिलचल्पी नहीं दिखा रही हैं, इसलिए पिता रमेश चौहान ने कंपनी की बागडोर CEO Angelo George को सौंप दी. आइए जानते हैं, कौन हैं एंजेलो जॉर्ज ?
- एंजेलो जॉर्ज Bisleri इंटरनेशनल के सीईओ हैं. वह 2019 में इस कंपनी से जुड़े थे. एफएमसीजी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और फार्मास्युटिकल सेक्टर की बड़ी कंपनियों में काम करने का लगभग उन्हें तीन दशक का एक्सपीरियंस है.
- Angelo George चेन्नई के रहने वाले हैं. वहीं के क्रिश्चियन कॉलेज से उन्होंने ग्रेजुएशन किया. इसके बाद बेंगलुरु यूनिवर्सिटी से पीजीडीएम किया. इसके साथ ही एंजेलो ने ISB हैदराबाद और शिकागो के Kellogg School of Management से एडवांस्ड ग्लोबल मैनेजमेंट प्रोग्राम भी किया.
- एंजेलो जॉर्ज ने अपने करियर की शुरुआत कार्डिएक और डायबिटीज रिसर्च के क्षेत्र में बड़ी फार्मास्युटिकल कंपनी Boehringer- knoll के साथ की. इसके बाद उन्होंने हिंदुस्तान यूनिलीवर (Hindustan Uniliver) में लगभग 20 साल तक काम किया. जहां उन्होंने सेल्स से लेकर trade marketing सेक्शन में बड़ी जिम्मेदारियां संभाली. इस दौरान जॉर्ज कंपनी में कई अहम पदों पर पदस्थ रहे.
- हिंदुस्तान यूनिलीवर में लंबा समय बीताने के बाद एंजेलो जॉर्ज Emami Limited के साथ जुड़े. जहां उन्होंने chief operating officer के तौर पर काम किया. इसके बाद जॉर्ज ने साल 2019 के जून माह में बिसलेरी इंटरनेशनल के साथ अपने करियर के नई पारी की शुरुआत की और तक जुड़े हुए हैं.
- देश में वॉटर मार्केट में लगभग 31 फीसदी तक हिस्सेदारी रखने वाली बिसलेरी की कमान एंजेलो जॉर्ज को सौंप दी गई है. दरअसल कंपनी के मालिक रमेश चौहान और उनकी बेटी जयंती चौहान में मतभेद के कारण ये फैसला लिया गया. बिसलेरी की उत्तराधिकारी के रूप में रमेश चौहान की पहली पसंद उनकी बेटी थी. लेकिन इस बिजनेस में उनकी रुचि न होने के कारण एंजेलो को कंपनी के प्रबंधन का प्रभार सौंप दिया गया.