HDFC Merger With HDFC Bank: मर्जर के बाद एचडीएफ शेयरहोल्डर्स की चांदी, जानें एम्प्लॉइज का क्या होगा
भारत के कॉरपोरेट इतिहास का सबसे बड़ा मर्जर यानी एचडीएफसी लि. का एचडीएफसी बैंक में विलय आज से प्रभावी है. लेकिन इसी के साथ सवाल उठता है कि एचडीएफसी लि. के कर्मचारियों और शेयरहोल्डर्स का क्या होगा? इस सवाल का जबाब जानने के लिए पढ़े पूरी खबर...
एचडीएफसी का एचडीएफसी बैंक में विलय
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Published : Jul 1, 2023, 11:56 AM IST
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Updated : Jul 1, 2023, 6:13 PM IST
नई दिल्ली: भारत के सबसे बड़े बैंकों में से एक एचडीएफसी बैंक और सबसे बड़े मोर्टगेज लेंडर एचडीएफसी का विलय हो गया है. जो आज से यानी 1 जुलाई से प्रभावी होगा. इसका मतलब है कि एचडीएफसी बैंक की सभी शाखाओं में HDFC Limited की सेवाएं मिलने लगेगी. सरल शब्दों में कहें तो एचडीएफसी बैंक की ब्रांच में लोन, बैंकिंग समेत अन्य सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी. इस मर्जर से एचडीएफसी बैंक का मार्केट कैपटलाइजेशन (कंपनी की बाजार में कीमत) 14 लाख करोड़ रुपये हो गया है. मर्जर के बाद एचडीएफसी बैंक की प्रमुख सहायक कंपनियों में एचडीएफसी सिक्योरिटीज लिमिटेड, एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड, एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड, एचडीएफसी एर्गो जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, एचडीएफसी कैपिटल एडवाइजर्स लिमिटेड और एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड शामिल हैं. इतने बड़े विलय से एचडीएफसी के शेयर धारकों और कर्मचारियों का क्या होगा, इस पर सबकी नजरें टिकी हुईं हैं.
शेयरहोल्डर्स का क्या होगा? सूत्रों के अनुसार, एचडीएफसी लिमिटेड और एचडीएफसी बैंक दोनों द्वारा दिए गए एक संयुक्त बयान में कहा गया था कि एचडीएफसी बैंक अस्थायी तिथियों के अनुसार प्रस्तावित समामेलन को पूरा करने के लिए सभी आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा करने की दिशा में काम करेगा. ये फॉरमेलिटी पूरी होने के बाद एचडीएफसी के शेयरधारकों को 25 के बदले HDFC Bank के 42 शेयर आवंटित किए जाएंगे, जो 13 जुलाई 2023 को दी जाएगी.
एचडीएफसी लिमिटेड के एम्प्लॉइज का क्या होगा इन सब के बीच एक ऐसा सवाल जो हर आम इंसान के दिमाग में आएगा कि इस मर्जर के बाद एचडीएफसी लिमिटेड के कर्मचारियों का क्या होगा...क्या उनकी छंटनी होगी? इस पर अधिकारियों का कहना है कि एचडीएफसी बैंक हाउसिंग फाइनेंसिंग को छोड़कर बाकी सभी बैंकिंग गतिविधियां कर रहा था और दूसरी ओर हाउसिंग फाइनेंस क्षेत्र में सबसे बड़े ऋणदाता के रूप में एचडीएफसी लिमिटेड को इस पर महारत हासिल है. इसलिए एचडीएफसी बैंक को एचडीएफसी लिमिटेड के कर्मचारियों की आवश्यकता होगी क्योंकि बैंक के पास मोर्टगेज बिजनेस का अनुभव नहीं है.
एचडीएफसी का एचडीएफसी बैंक में विलय
स्टॉक मार्केट से डीलिस्ट एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी लि. के बीच विलय के बाद अब 13 जुलाई से एचडीएफसी के शेयरों की ट्रेंडिंग क्लोज कर दी जाएगी. आप इनके शेयर न खरीद पाएंगे और ना बेच सकेंगे. अब HDFC Bank में 100 फीसदी हिस्सेदारी सार्वजनिक शेयरधारकों की होगी और एचडीएफसी के मौजूदा शेयरधारकों के पास बैंक की 41 फीसदी हिस्सेदारी रहेगी. HDFC Limited के हर एक शेयरधारक को उनके प्रत्येक 25 शेयर के लिए एचडीएफसी बैंक के 42 शेयर दिए जाएंगे.
एचडीएफसी लिमिटेड के चेयरमैन दीपक पारेख ने अपने पद से दिया इस्तीफा
दीपक पारेख का इस्तीफा, बैंक सीईओ होंगे शशि जगदीशन हालांकि इस मर्जर से पहले ही 30 जून 2023 को दीपक पारेख ने एचडीएफसी के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया. और शेयरहोल्डर्स के नाम एक चिट्ठी लिखी. जिसमें उन्होंने कहा कि शेयरहोल्डर निश्चिंत रहे, हम ग्रोथ और समृद्धि के एक रोमांचक भविष्य की ओर आगे बढ़ रहे हैं. एचडीएफसी के विरासत को आगे बढ़ाने के बारे में पारेख ने कहा कि यह काम अब HDFC Bank के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ शशिधर जगदीशन और उनकी टीम करेगी.
एचडीएफसी के नए सीईओ व एमडी शशिधर जगदीशन
चुनौतियों को अवसर बनाएंगे : जगदीशन विलय के पूरा होने पर बोलते हुए, एचडीएफसी बैंक के सीईओ और एमडी, शशिधर जगदीशन ने कहा, “यह हमारी यात्रा में एक निर्णायक घटना है और मुझे विश्वास है कि हमारी संयुक्त ताकत हमें वित्तीय सेवाओं का एक समग्र पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में सक्षम बनाएगी. हम एचडीएफसी बैंक परिवार में एचडीएफसी लिमिटेड की प्रतिभाशाली टीम का स्वागत करते हुए वास्तव में खुश हैं. मेरा मानना है कि हमारी यात्रा चपलता, अनुकूलन क्षमता और उत्कृष्टता की निरंतर खोज से परिभाषित होगी. जैसे-जैसे हम आगे की राह पर आगे बढ़ेंगे, हम चुनौतियों को अवसर के रूप में स्वीकार करेंगे, अपने अनुभवों से सीखेंगे और सफलता और अखंडता का मानक बनने का प्रयास करेंगे."
बैंकिंग क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एचडीएफसी का इतिहास हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड की स्थापना 1997 में दीपक पारेख ने की थी. इसके दो दशक बाद जब बैंकिंग क्षेत्र को प्राइवेट सेक्टर के लिए शुरू किया गया तो HDFC Bank की स्थापना हुई. जहां एचडीएफसी बैंक की देश भर में 6,300 से अधिक शाखाएं हैं, वहीं एचडीएफसी लिमिटेड के 460 से अधिक कार्यालय हैं. विलय के बाद, सभी एचडीएफसी लिमिटेड शाखाएं एचडीएफसी बैंक शाखाओं में परिवर्तित हो जाएंगी और नई इकाई के पास लगभग 6,700 शाखाओं और 18,000 से अधिक एटीएम का विशाल नेटवर्क होगा. इसके साथ ही बैंक के पास 12 करोड़ ग्राहक होंगे.
बता दें कि इस मर्जर के साथ ही बैंकिंग क्षेत्र में एक नया इतिहास बन गया है. एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी लिमिटेड ने अपेक्षित सहमति और अनुमोदन प्राप्त करने के तहत 4 अप्रैल 2022 में विलय के निर्णय का ऐलान किया था. इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए 15 से 18 महीने की समय सीमा का संकेत दिया गया था. दोनों कंपनियों के बोर्ड शुक्रवार को हुई उनकी संबंधित बैठकों में कहा गया कि विलय 1 जुलाई 2023 से प्रभावी होगा. पहली बार हुआ है कि दुनिया के पांच मोस्ट वैल्यूएबल बैंकों में भारत की कोई बैंक शामिल है. एचडीएफसी लि. और HDFC Bank के मर्जर के बाद इसका वैल्यूएशन 14 लाख करोड़ रुपये हो गया है और यह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी बैंक बन गई है. विलय के बाद एचडीएफसी बैंक का कोई प्रवर्तक नहीं है. यह एचडीएफसी बैंक के एक वित्तीय सेवा समूह में परिवर्तन का भी प्रतीक है जो अपनी सहायक कंपनियों के माध्यम से बैंकिंग से लेकर बीमा और म्यूचुअल फंड तक वित्तीय सेवाओं की एक पूरी श्रृंखला प्रदान करता है. अब तक, बैंक इन उत्पादों का वितरक था.