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Coin Vending Machine : क्या हैं कॉइन वेंडिंग मशीन, जानें - UPI coin vending machine

बैंकों के पास सिक्के पर्याप्त संख्या में हैं, लेकिन यह आम लोगों को मिल नहीं पाता है. जब भी उसे जरूरत महसूस होती है, वे किसी दूसरे विकल्प पर विचार करने लगते हैं. यही वजह है कि सरकार ने कॉइन वेंडिंग मशीन पर विचार करके इसे बाजार वाले इलाके में स्थापित करने का निर्णय किया. 12 शहरों में 19 केंद्रों पर पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है. आइए समझते हैं आखिर यह वेंडिंग मशीन क्या है, और किस तरह से आप इससे पैसे निकाल सकते हैं.

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कॉइन वेंडिंग मशीन

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Published : Mar 1, 2023, 4:37 PM IST

नई दिल्ली : कॉइन वेंडिंग मशीन - यानी एटीएम की तरह करेंसी नोट की जगह सिक्कों का निकलना. एटीएम के लिए जिस तरह से आप कार्ड का प्रयोग करते हैं, कॉइन वेंडिंग मशीन के लिए आपको यूपीआई कोड का प्रयोग करना होगा. सिक्के निकालने के लिए आपको यूपीआई के जरिए कोड की मदद से भुगतान करने होंगे, बदले में आपको सिक्के मिल जाएंगे.

इसे क्वयूआर कोड बेस्ड कॉइन वेंडिग मशीन कहते हैं. मीडिया रिपोर्ट में आरबीआई के एक अधिकारी का बयान सामने आया है. इसमें उन्होंने कहा है कि बैंकों के पास बड़ी संख्या में कॉइन उपलब्ध हैं और बैंकों के सामने उसे रखने में समस्या हो रही है. साथ ही लोगों को जब भी जरूरत महसूस हो तो उन्हें सिक्के उपलब्ध होने चाहिए. इन्हीं समस्याओं पर विचार करने के बाद वेंडिंग कॉन्सेप्ट को लाया गया है. 12 शहरों में 19 केंद्रों पर पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने की योजना बन चुकी है. रिजर्व बैंक ने पिछले महीने ही यह फैसला लिया था.

कॉइन वेंडिंग मशीन आपको करेंसी नोटों के बदले सिक्के प्रदान करेंगी. इसे प्राप्त करने के लिए आपको यूपीआई का उपयोग करना होगा. यूपीआई कोड की स्कैनिंग के बाद आपको सिक्के मिल जाएंगे. यानी आपको यूपीआई के जरिए पेमेंट करना होगा और जितने का पेमेंट करेंगे, उतनी ही वैल्यू के सिक्के आपको मिल जाएंगे. आप इसे दूसरे शब्दों में कहें तो सिक्कों को हासिल करने के लिए आपको फिजिकली बैंकनोट खर्च नहीं करने होंगे. इसका मुख्य उद्देश्य सिक्कों तक पहुंच सुनिश्चित करना है. क्योंकि बैंकों के पास बड़ी संख्या में सिक्के हैं और वह लोगों को मिल नहीं पा रहे हैं, इसलिए अब लोग वेंडिंग मशीन के जरिए इसे प्राप्त कर सकेंगे.

आरबीआई के अनुसार 30 दिसंबर 2022 तक सर्कुलेशन में 28857 करोड़ रुपये के सिक्के (रुपी कॉइन) मार्केट में उपलब्ध हैं. छोटे कॉइन का सर्कुलेशन 743 करोड़ रु. का है. 50 पैसे के सिक्के को छोटे कॉइन कहते हैं. जबकि एक रुपये, दो रुपये, पांच रुपये, 10 रुपये और 20 रुपये के सिक्के को रुपी कॉइन कहते हैं. इसे बड़े कॉइन भी कहते हैं.

आप फीचर फोन से भी इस सुविधा को हासिल कर सकते हैं. पिछले साल मार्च महीने में ही सरकार ने इस सुविधा की शुरुआत की थी. आप इसके लिए यूपीआई का उपयोग कर सिक्के प्राप्त कर सकते हैं. कोई जरूरी नहीं है कि आपके पास स्मार्ट फोन हो, तभी वेंडिंग मशीन का उपयोग कर सकते हैं. आप साधारण फोन के जरिए भी यूपीआई की मदद से कॉइन निकाल सकते हैं.

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