नई दिल्ली : कॉइन वेंडिंग मशीन - यानी एटीएम की तरह करेंसी नोट की जगह सिक्कों का निकलना. एटीएम के लिए जिस तरह से आप कार्ड का प्रयोग करते हैं, कॉइन वेंडिंग मशीन के लिए आपको यूपीआई कोड का प्रयोग करना होगा. सिक्के निकालने के लिए आपको यूपीआई के जरिए कोड की मदद से भुगतान करने होंगे, बदले में आपको सिक्के मिल जाएंगे.
इसे क्वयूआर कोड बेस्ड कॉइन वेंडिग मशीन कहते हैं. मीडिया रिपोर्ट में आरबीआई के एक अधिकारी का बयान सामने आया है. इसमें उन्होंने कहा है कि बैंकों के पास बड़ी संख्या में कॉइन उपलब्ध हैं और बैंकों के सामने उसे रखने में समस्या हो रही है. साथ ही लोगों को जब भी जरूरत महसूस हो तो उन्हें सिक्के उपलब्ध होने चाहिए. इन्हीं समस्याओं पर विचार करने के बाद वेंडिंग कॉन्सेप्ट को लाया गया है. 12 शहरों में 19 केंद्रों पर पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने की योजना बन चुकी है. रिजर्व बैंक ने पिछले महीने ही यह फैसला लिया था.
कॉइन वेंडिंग मशीन आपको करेंसी नोटों के बदले सिक्के प्रदान करेंगी. इसे प्राप्त करने के लिए आपको यूपीआई का उपयोग करना होगा. यूपीआई कोड की स्कैनिंग के बाद आपको सिक्के मिल जाएंगे. यानी आपको यूपीआई के जरिए पेमेंट करना होगा और जितने का पेमेंट करेंगे, उतनी ही वैल्यू के सिक्के आपको मिल जाएंगे. आप इसे दूसरे शब्दों में कहें तो सिक्कों को हासिल करने के लिए आपको फिजिकली बैंकनोट खर्च नहीं करने होंगे. इसका मुख्य उद्देश्य सिक्कों तक पहुंच सुनिश्चित करना है. क्योंकि बैंकों के पास बड़ी संख्या में सिक्के हैं और वह लोगों को मिल नहीं पा रहे हैं, इसलिए अब लोग वेंडिंग मशीन के जरिए इसे प्राप्त कर सकेंगे.