नई दिल्ली : अमेरिकी नियामकों ने संभावित बैंकिंग संकट को देखते हुए एक बड़ा कदम उठाया है. अमेरिका की टॉप 16 बैंकों में शामिल सिलिकॉन वैली बैंक को बंद कर दिया गया है. इस घोषणा के बाद दुनिया भर के शेयर बाजारों में बैंकिंग शेयरों में भारी बिकवाली देखी गई. गौरतलब है कि सिलिकॉन वैली बैंक (एसवीबी) स्टार्टअप खासतौर से तकनीकि स्टार्टअप्स में पैसा लगाने के लिए जाना जाता है. अमेरिकी नियमकों ने बैंक को बंद करने का फैसला तब लिया है जब अमेरिका के कैलिफोर्निया में वित्तिय संकट की आहट नजर आने लगी थी.
अमेरिकी नियामक का कहना है कि बैंक में जमाकर्ताओं के पैसे को सुरक्षित रखने के लिए उन्होंने एसवीबी के कारोबार को बंद करने का फैसला लिया है. अमेरिकी नियमक ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह जमाकर्ताओं के पैसे वापस करने के लिए बैंक की 210 अरब डॉलर की संपत्ती को बेचने की योजना बना रही है. संपत्ती बेचने का काम नियामक ने यूएस फेडरल डिपॉजिट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (एफडीआईसी) को सौंपा है. जो बैंकों में निवेस का बीमा करती है. इसे इस बैंक का रिसीवर नियुक्त किया गया है.
एफडीआईसी ने बताया कि वह 13 तारीख को एसवीबी की सभी शाखाएं खुलेंगी. उस दिन इंश्योरड निवेशक अपने खातों का संचालन कर सकेंगे. बता दें कि शुक्रवार को अमेरिकी शेयर बाजार में एसवीबी के शेयरों में 66 प्रतिशत की गिरवट दर्ज की गई. जिसके बाद अमेरिकी नियामक ने यह कार्रवाई की. खबर लिखे जाने तक इस मामले में बैंक की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. बता दें कि, यह पहला मौका नहीं है जब अमेरिका की नियमक संस्थाओं ने किसी बैंक को बंद किया है.