नई दिल्ली : टमाटर की कीमतों में महीने भर से तेजी जारी है. जिसक चलते आने वाले दिनों में थोक व्यापारियों ने इसका भाव 300 रुपये प्रति किलो तक पहुंच जाने की आशंका जताई है. थोक कारोबारियों ने आवक कम होने से टमाटर के थोक दाम बढ़ने की बात कही है. उनका कहना है कि इसका असर खुदरा कीमतों में बढ़ोतरी के रूप में देखने को मिल सकता है.
राजधानी दिल्ली स्थित आजादपुर टमाटर एसोसिएशन के अध्यक्ष और कृषि उपज विपणन समिति (एपीएमसी) के सदस्य अशोक कौशिक ने कहा, ‘पिछले तीन दिनों में टमाटर की आवक कम हो गई है क्योंकि भारी बारिश के चलते उत्पादक क्षेत्रों में फसल खराब हो गई है.’ उन्होंने कहा कि थोक बाजार में टमाटर के भाव 160 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 220 रुपये प्रति किलो हो गए हैं, जिसके कारण खुदरा कीमतें भी बढ़ सकती हैं.
अशोक कौशिक ने आगे कहा कि सब्जियों के थोक विक्रेताओं को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि टमाटर, शिमला मिर्च और अन्य मौसमी सब्जियों की बिक्री में भारी गिरावट आई है. इस बीच, मदर डेयरी अपने ‘सफल स्टोर’ के जरिये टमाटर की बिक्री 259 रुपये प्रति किलो पर कर रही है. एशिया की सबसे बड़ी थोक फल और सब्जी मंडी आजादपुर मंडी में टमाटर की थोक कीमतें बुधवार को गुणवत्ता के आधार पर 170-220 रुपये प्रति किलोग्राम रही.
आजादपुर सब्जी मंडी के थोक विक्रेता संजय भगत ने कहा-
‘हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और भारी बारिश के चलते सब्जियों के परिवहन में काफी कठिनाई हो रही है. उत्पादकों से सब्जियों को लाने में सामान्य से छह-आठ घंटे अधिक लग रहे हैं. ऐसी स्थिति में टमाटर की कीमतें लगभग 300 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकती हैं.’
बारिश के चलते टमाटर की आपूर्ति बाधित
संजय भगतने कहा कि टमाटर और अन्य सब्जियां जो हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र से आती हैं, उनकी गुणवत्ता में गिरावट भी आई है. हिमाचल प्रदेश में जुलाई में भारी बारिश होने से फसलों को नुकसान हुआ है. प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण आपूर्ति बाधित होने से टमाटर की कीमत एक महीने से अधिक समय से चढ़ी हुई हैं.